आखिर क्यों ना रखें पल्स्टिक की बोतल में गंगाजल जानें!

पूजा-पाठ करते समय कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो पूजा जल्दी सफल हो सकती है। यहां जानिए कोलकाता की एस्ट्रोलॉजर डॉ. दीक्षा राठी के अनुसार कुछ ऐसे नियम, जिनका पूजा में अनिवार्य रूप पालन करना चाहिए…

1. गंगाजल न रखें प्लास्टिक की बोतल में

अधिकतर लोग घर में गंगाजल रखते हैं। इस संबंध में मान्यता है कि घर में गंगाजल रखने से सकारात्मकता और पवित्रता बनी रहती है। कुछ लोग गंगाजल प्लास्टिक की बोतल में रख लेते हैं, जो कि गलत है। गंगाजल चांदी या सोने के बर्तन में रखना ज्यादा शुभ रहता है। पूजा-पाठ के लिए प्लास्टिक की चीजें अशुभ मानी गई है। इसके अलावा प्लास्टिक में रखा पानी कुछ दिनों बाद ही खराब हो सकता है। गंगाजल लंबे समय तक रखते हैं, इस कारण प्लास्टिक में रखने से बचना चाहिए।

2. किसी समय करनी चाहिए भगवान की आरती

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देवी-देवताओं की पूजा दिन में पांच बार करनी चाहिए। सुबह 5 से 6 बजे के बीच ब्रह्म मुहूर्त में प्रथम पूजन और आरती होनी चाहिए। इसके बाद सुबह 9 से 10 बजे के बीच दूसरा पूजन। दोपहर में तीसरा पूजन और आरती करके भगवान को शयन करा देना चाहिए। इसके बाद शाम को 4 से 5 बजे के बीच चौथा पूजन करना चाहिए। रात 8 से 9 बजे के बीच पांचवां पूजन और आरती करके भगवान को शयन करा देना चाहिए।

3. पूजा के समय किस दिशा में रखें मुंह

पूजा करते समय भक्त का मुंह पूर्व या उतर दिशा की ओर रखना शुभ रहता है। इन दिशाओं में मुंह रखकर पूजा करने से पूजा जल्दी सफल होती है।

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