दिल्ली: सोशल मीडिया से दिन प्रतिदिन लोग जुड़ते जा रहे है। इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर हो रहा है। आजकल बच्चे अपना ज्यादा से ज्यादा समय सोशल मीडिया पर बिताते है। ऑफिस फॉर नेशनल स्टेटिस्टिक्स के आकड़ों के अनुसार आठ में से एक बच्चा हर रोज करीब 3 घंटे सोशल मीडिया पर बिताता है। चिंताजनक बात ये है कि यह आकड़ें चार साल में दोगुने तरीके से बढ़े है। जिसमें लड़कियों की संख्या लड़कों से अपेक्षा ज्यादा है। वहीं ONS की एक रिपोर्ट के अनुसार 10 साल तक की लड़कियां जो सोशल मीडिया पर एक घंटे से ज्यादा का समय बिताती हैं वे किशोरावस्था में ज्यादा नाखुश रहती है।
ऑफिस फॉर नेशनल स्टेटिस्टिक्स ने 2011-2012 में और 2015-2016 में 10-15 साल तक के बच्चों की ऑनलाइन क्रियाओं का सर्वे किया। सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ कि लड़कों के सोशल मिडिया पर सक्रिय होने के आकड़ों में काफी बढ़ोतरी हुई। तीन घंटे से ज्यादा सोशल मीडिया पर बिताने वाले लड़कों में 4.9 से 8.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई। 2011-2012 में 4410 बच्चों पर सर्वे किया गया। वहीं 2015-2016 पर 3616 बच्चों पर सर्वे किया गया था।
वहीं यूनिवर्सिटी ऑफ एस्सेक्स की एक स्ट़डी में इस बात का खुलासा हुआ कि जो लड़कियां हर रोज एक घंटे सोशम मीडिया पर बिताती है उन्हें दिमागी परेशानियां होने की संभावना रहती है। डॉ कारा ब्रुकर का कहना है कि हमें बच्चों की सोशम मीडिया गतिविधियों और उसमें बिताने वाले समय पर ध्यान देना चाहिए। बच्चों को ज्यादा से ज्यादा बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
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