नई दिल्ली. कश्मीर में महीने भर से जारी हिंसा और कर्फ्यू पर केंद्र सरकार ने शुक्रवार को ऑल पार्टी मीटिंग की। इस दौरान नरेंद्र मोदी ने पहली बार पाक के कब्जे वाले कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए उसे भारत का हिस्सा बताया। सीपीआई नेता डी राजा ने कहा, ”पीएम ने कहा कि लद्दाख, जम्मू-कश्मीर और पीओके भारत का आंतरिक हिस्सा हैं। इनकी सुरक्षा से समझौता नहीं होगा।” मीटिंग के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पार से जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाई जा रही है। पाकिस्तान को बलूचिस्तान-पीओके के हालात के बारे में भी दुनिया को बताना चाहिए। सरकार ने क्या कहा…
– मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में होम मिनिस्टर राजनाथ ने कहा, ”पीओके के लोग, जो दुनिया के कई देशों में रह रहे हैं, विदेश मंत्रालय उनका पता लगाए और पीओके के हालात की जानकारी दे।”
– ”जेएंडके के लिए 80 हजार करोड़ का पैकेज देने का फैसला लिया गया है। इसमें सड़क, बिजली के अलावा हर क्षेत्र और हर वर्ग के लोगों का विकास किया जाएगा। युवाओं को राज्य की आर्थिक व्यवस्था से जोड़ने में तेजी लाई जाएगी।”
– फाइनेंस मिनिस्टर ने कहा, ”इस प्रकार की घटनाएं घाटी में पहले भी हुई है। 8 जुलाई के बाद ये थोड़ा बढ़ी हैं। पैलेट गन का इस्तेमाल 2010 से चल रहा है।”
– ”भारत के आंतरिक मामलों में पाकिस्तान का जो हस्तक्षेप है उसके संबंध में पाकिस्तान में क्या हो रहा है उस पर केवल टिप्पणी की गई है।”
– चार घंटे तक चली इस मीटिंग में गुलाम नबी आजाद और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी मौजूद थे।
मोदी बोले- जम्मू-कश्मीर की हाल की घटनाओं पर मुझे भी गहरा दुख हुआ
– पीएम ने कहा,” पीओके कश्मीर का हिस्सा है। कश्मीर के लोगों पर भरोसा है। देश की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया जाएगा।”
– मोदी ने कहा, ”हरेक भारतीय की तरह, मुझे भी जम्मू-कश्मीर की हाल की घटनाओं पर गहरा दुख हुआ है। मैं सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि सभी पार्टियों ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर चिंता जताई।”
– ”यह खुशी की बात है कि जम्मू-कश्मीर पर सभी पार्टियों ने एक आवाज में अपनी बात कही। कश्मीर हालात सामान्य करने के लिए पूरा विपक्ष सरकार के साथ दिखा।”
– कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा- “हमे मुख्यधारा और गैर-मुख्यधारा के लोगों से बातचीत करनी होगी।”
– बता दें कि कश्मीर में 8 जुलाई को हिजबुल आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद शुरू हुई हिंसा अब तक जारी है।
– इसमें अब तक 55 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि सैकड़ों लोग और सिक्युरिटी पर्सनल घायल हैं।
– राज्यसभा में बुधवार को इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान कांग्रेस ने ऑल पार्टी मीटिंग का सुझाव दिया था। जिसे सरकार ने मान लिया था।
PoK पर किसने कब क्या कहा?
– नवंबर 2015: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू की पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पीओके पाक का हिस्सा है और रहेगा, अटल भी इस पर राजी थे।
– 16 जुलाई 2016: राजनाथ सिंह ने कहा, ”कश्मीर तो हमारा है ही, हमें आने वाले समय में अगर किसी मुद्दे को सुलझाना है तो वह पीओके है। पाकिस्तान को इसे भारत को सौंपना ही होगा।”
– 22 जुलाई 2016: नवाज शरीफ ने कहा, ”हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब कश्मीर पाकिस्तान बन जाएगा।” पीओके में पिछले दिनों शरीफ की पार्टी ने चुनावों में जीत हासिल की थी।
– 10 अगस्त 2016: राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में कहा- पाकिस्तान से अब कश्मीर पर कोई बात नहीं होगी, अगर बात होगी तो वह PoK पर होगी।
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