नई दिल्ली: बार्किन लाडी के पठारी प्रदेश में जनजातीय बेरोम किसानों ने गुरुवार को फुलानी चरवाहों पर हमला किया था, जिसमें पांच चरवाहों की मौत हो गई थी, इसके बाद हिंसा की शुरुआत हुई। इसके जवाब में चरवाहों ने शनिवार को हमला किया, जिसमें बड़े पैमाने पर लोगों की मौत हुई। इस क्षेत्र में जनजातीय समूहों के बीच हिंसा का इतिहास रहा है।
द गार्जियन के मुताबिक, देश के तीन हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस आयुक्त अंडी एडी ने कहा कि इस खूनी झड़प के बाद 86 लोगों की मौत हो गई जबकि छह घायल हैं। उन्होंने आगे बताया कि 50 घरों को जला दिया गया है
जबकि 15 मोटरसाइकिल और दो वाहन भी फूंक दिए गए। मृतकों के शवों को उनके परिजनों तक पहुंचा दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि नाइजीरिया के समयानुसार रियोम, बारिकिन लाडी और जोस साउथ क्षेत्रों में शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू रहेगा।
गौरतलब है कि नाइजीरिया में जमीन और अन्य संसाधनों को लेकर किसानों और घुमंतू समूहों में अक्सर हिंसक झड़पें होती हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोग मारे जाते हैं।
इस तरह के हिंसा की घटना के कारण देश के राष्ट्रपति मोहम्मदु बुहारी पर दवाब बन गया है क्योंकि अगले साल ही यहां चुनाव होना है। बता दें कि रविवार को जनजातीय समूह बेराम के युवाओं द्वारा जोस-एबुजा हाइवे पर उन मोटरसाइकिल चालकों पर हमला किया गया जो फुलानी और मुस्लिम थे
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