गुजरात हाई कोर्ट में पतंजलि के शिलाजीत की बिक्री पर रोक लगाने के लिए एक जनहित याचिका दायर की गई है। बाबा रामदेव के पतंजलि ब्रैंड का शिलाजीत, सेक्शुअल पावर बढ़ाने का दावा करता है। यह जनहित याचिका एक अनजान संगठन (विश्व हिंदुस्तानी संगठन) से ताल्लुक रखने वाले आदित्य रावल की ओर से दायर की गई है। याचिका में कहा गया है कि पतंजलि के नाम से शिलाजीत जैसे प्रॉडक्ट बेचे जाने से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है क्योंकि ऋषि पतंजलि हिंदुओं ने पूज्य संत है।
रावल के वकील एसआर यादव ने कहा कि ऋषि पतंजलि का हिंदू परंपराओं में बहुत ऊंचा स्थान है और ऐसा माना जाता है कि वह पौराणिक शेषनाग का अवतार थे। उन्होंने कहा कि ऋषि पतंजलि के नाम के साथ शिलाजीत जैसे प्रॉडक्ट को जोड़ना ठीक नहीं है। यह जनहित याचिका दरअसल, पिछले महीने दायर की गई थी, पर कोर्ट ने याचिकाकर्ता से 16 नवंबर तक याचिका के साथ जरूरी दस्तावेज लगाने को कहा है। ऐसे में याचिका पर सुनवाई महीने के आखिर में होने की संभावना है।
बता दें कि बाबा रामदेव की पतंजलि, शिलाजीत के कैपसूल बेचती है जिसमें शिलाजीत के तत्व होते हैं जो बेहतरीन प्राकृतिक ऐंटी-एजिइंग प्रॉडक्ट्स में से एक माना जाता है। साथ ही इसका इस्तेमाल शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। प्रॉडक्ट की वेबसाइट पर भी दावा किया गया है, ‘पतंजलि शिलाजीत कैपसूल पुरुषों में सेक्शुअल डिस्फंगक्शन के लिए उपयोगी है। यह पुरुषों में सेक्शुइल स्टैमिना बढ़ाने में मदद करती है। पतंजलि शिलाजीत कैपसूल स्पर्म की संख्या और क्वालिटी भी बढ़ाती है।’