मुरैना : कृष्णा बीच में पहाड़ा भूल गया। इस पर शिक्षक को इतना गुस्सा आया कि उसने कृष्णा को फाइबर के पाइप से पीटना शुरू कर दिया। कृष्णा के बाजुओं, पीठ और कमर नीचे पिछले हिस्से में चोट के गहरे निशान हैं। कृष्णा के साथ पढ़ने वाले बच्चों ने बताया कि पिटाई के दौरान कृष्णा ने पैंट में शौच कर दिया।
इस पर शिक्षक ने उसी से गंदगी साफ कराई और फिर दोबारा पीटा जिससे कृष्णा को उल्टियां हुईं और वह वह बेहोशी की हालत में आ गया। किसी तरह कृष्णा अपने घर पहुंचा और माता-पिता को सारी बात बताई। कृष्णा के परिजन तत्काल स्कूल गए लेकिन स्कूल प्रबंधन ने उन्हें बाहर से ही लौटा दिया।
इसके बाद पुलिस में रिपार्ट दर्ज कराई है। चूंकि सोमवार को रक्षामंत्री और सीएम शहर में थे इसलिए पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया लेकिन मंगलवार को सोशल मीडिया पर जब खबर वायरल हुई तो पुलिस ने सक्रियता दिखाई। आरोपी शिक्षक को बचाने स्कूल प्रबंधन के तर्क
इस मामले में प्रबंधन ने शिक्षक की गिरफ्तारी के बाद साफ-साफ कह दिया कि आरोपी उनके यहां शिक्षक नहीं है। बल्कि सिर्फ एक दिन के लिए यहां आया था। प्रबंध्ान अचानक से आरोपी को नाबालिग भी बताने लगा। इसके बाद पुलिस ने आयु संबंधी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के लिए आरोपी के परिजनों को समय दिया।
पिता का दर्द: रात भर सो नहीं सका मेरा बेटा
कृष्णा को दवाई दिलाई, मरहम लगाया, लेकिन वह रात भर जख्मों की जलन और दर्द के कारण सोया नहीं। घटना का जिक्र करते ही वो रोने लगता है। उसके हाथ पांव कांपने लगते हैं। मेरे बेटे को गहरा सदमा लगा है। उसकी चोट देखकर कोई भी यकीन नहीं करेगा कि इसे टीचर ने मारा है। इतनी बेरहमी से पीटा है कि उसकी जान ही निकल जाती। पुलिस और प्रबंधन अब कह रहा है कि वह टीचर नहीं था। जबकि वह मेरे बेटे को लंबे समय से पढ़ा रहा था।
राजेंद्र सिंह, कृष्णा के पिता
प्रबंधन का कबूलनामा
आदित्य मेरा भानजा है और वह 11वीं पढ़ता है। मैं सोमवार को बाहर था। मुझसे ही गलती हुई, जो मैंने उससे कहा कि स्कूल को देखना। उसने इस दौरान बच्चे को पीट दिया। मैं मानता हूं कि बच्चे को ज्यादा पीट दिया गया है। मेरा स्कूल 10 साल से चल रहा है, लेकिन इतनी बड़ी गलती कभी नहीं हुई। पीड़ित बच्चे के पिता भी हमारे रिश्तेदार ही लगते हैं।