दिल्ली : लोक इंसाफ पार्टी ने आज पंजाब में आम आदमी पार्टी के साथ अपना गठबंधन तोड़ने की घोषणा की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शिरोमणि अकाली दल के नेता से माफी मांगने के मद्देनजर पार्टी ने यह घोषणा की। केजरीवाल ने पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर मादक पदार्थ व्यापार में शामिल होने का आरोप लगाया था जिसपर कल उन्होंने माफी मांग ली थी।
एलआईपी नेता और विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने आज कहा, “ हमने आप के साथ अपना गठबंधन तोड़ने की घोषणा की है। हम उस पार्टी के साथ नहीं जुड़ सकते जिसके मुख्य नेता ने पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगकर निरीह होकर आत्मसमर्पण कर दिया।” बैन्स ने केजरीवाल को एक“ विश्वासघाती” भी कहा और आरोप लगाया कि माफी मांगकर उन्होंने पंजाब के लोगों को“ धोखा दिया” है।
उन्होंने कहा, “ वह एक धोखेबाज हैं। उन्होंने पंजाब के लोगों से धन लिया और मजीठिया को सजा दिलाने का वादा किया। और अब उन्होंने माफी मांग ली जो पंजाब के लोगों के साथ सबसे बड़ा धोखा है।”हालांकि उन्होंने कहा कि वह 20 में से 14-15 आप विधायकों को “निजी स्तर पर” समर्थन देना जारी रखेंगे जो पंजाब के हित में काम कर रहे हैं। पिछले साल फरवरी में पंजाब विधानसभा चुनावों से छह महीने पहले आप और एलआईपी में गठबंधन हुआ था।
मजीठिया से केजरीवाल की माफी के बाद मान का इस्तीफा
विक्रम मजीठिया से माफी मांगने के एक दिन बाद ही आम आदमी पार्टी में बगावत शुरू हो गई है। एक तरफ जहां पार्टी सांसद और भगवंत मान केजरीवाल के इस फैसले के खिलाफ ‘आप’ की पंजाब ईकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केजरीवाल के माफी के इस ऐलान पर हैरानी जताई है।
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