सत्यम् लाइव, 13 अप्रैल 2020 दिल्ली।। यात्रीगण कृपया ध्यान देंं ये आवाज आपके कानों में पडते ही आपके मन में भारतीय रेलवे याद आ जाती है परन्तु अब रेल में सफर की तैयारी पर आपको बहुत कुछ विशेष तैयारी करनी पडेगा। रेलयात्रा 15 तारीख से प्रारम्भ हो या न हो परन्तु अब रेल के परिचलन को नोवेल कोरोना वायरस को याद रखते हुए प्रोटोकॉल तैयार हो जाने की खबर आ रही है। अब रेल यात्रा, एयरपोर्ट की तर्ज पर होगी। यात्री को रेल छूटने से 4 घंटे पहले स्टेशन पर पहुॅच जाना होगा। इसके बाद थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था होगी। कुछ विशेष अवस्था के दौरान केवल आरक्षित यात्री ही स्टेशन पर प्रवेश कर सकेगें। प्लेटफार्म टिकट की िबिक्री भी कुछ समय के लिये बन्द की जा सकती है।
यात्री के दिये कुछ विशेष बदलाव
- यात्रा से 12 घंटे पहले यात्री को स्वास्थ्य रिपोर्ट की जानकारी रेलवे को देनी पडेगी।
- रेलवे नॉन एसी रेल स्लीपर श्रेणी की रेल चलाएगा।
- कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जाने पर रेल यात्री को बीच सफर में ही जबरिया उतार दिया जायेगा।
- यात्री को 100 प्रतिशत पैसा वापस कर दिया जायेगा।
- रेलवे वरिष्ठ नागरिकों को सफर नहीं करने का सुझाव होगा।
- रेल तक जानेे के लिये यात्री को पुन: चेक किया जायेगा।
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
- रेल के चारों दरवाजे बन्द रहेगें। जिससे बिना आरक्षित व्यक्ति प्रवेश न कर पायें।
- नॉन स्टाप रेल जायेगी और नॉन एसी होगी। जरूरत के मुताबिक स्टेशनों पर रूका जायेगा।
- छह बर्थ मिलाकर एक केबिन होगा।
- कोच में किसी यात्री को खांसी, जुकाम, बुखार आदि जैसे कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाते हैं तो रेलवे का अन्य रनिंग स्टाफ बीच में रेल को रूकवा कर उतार सकता है।
नोवेल कोरोना पर गठित मंत्रियों के समूह के निर्देश सुझाव के अनुसार उक्त प्रोटोकॉल को यथावत अथवा बदलाव के साथ लागू करने पर निर्देश आया कि उत्तर भारत में 307 ट्रेन चलाई जायेगीं। 133 ट्रेन की सीटे हाउसफुल होने के कारण लम्बी वेटिंग चल रही है। मास्क और दस्ताना स्वयं रेलवे देगा जिसके लिये शुल्क के साथ देय होगा। मास्क लगाना अनिवार्य होगा। कोच के भीतर किसी भी बाहरी सेल्समैन का प्रवेश वर्जित होगा।
उपसम्पादक सुनील शुक्ल