सत्यम् लाइव, दिल्ली, कुछ विशेष कार्यकारिणी की मदद से विदेश में बसे भारतीय मुल्क के प्रवासी की कुछ संख्या प्राप्त हो सकी परन्तु ये संख्या अब भी पूरी नहीं है। ये बात सत्य है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत से जाने वालो की संख्या और ज्यादा बडी हैं। इसका कारण भारत की जनसंख्या जो लगातार बढ रही है वो कम होती जा रही है ये भी तो सत्य है परन्तु इसका मुख्य कारण भारत में शायद बढती हुुुुई बेरोजगारी नहीं है परन्तु ये विपक्ष राजनीतिज्ञ मानते है जो भी सत्ता में होता है वो कभी नहीं मानता। ये सख्या लगभग नीचे दी जा रही है
अमेरिका 2,50,000, ब्रिटेेेन 1,061,800, जर्मन 35,000, स्विट्जजरलैण्ड 15,500, आस्ट्रिया 12,000, मलेेशिया 2,300,000 सऊदी अरब 1,400,000 कुवैत 50,0000 ओमान 35,0000 कतर 17,5000 बहरीन 14,000 यमन 17,5000, दक्षिण अफ्रीका 1,200,0000 मॉरिशस 80,0000 केन्या 70,000, युगांडा 60,000, तंजानिया 50,000, मेडागास्कर 30,000, मोजांबिक 21,000, जांबिया 20,000, जिम्बाब्वे 20,000, कनाडा 80,0000 हांगकांग 35,000 सिंगापुर 40,0000 फिलीपींस 12,600 गुयाना 32,825 सूरीनाम 16,3226 त्रिनिदाद 50,000 नीदरलैंड 30,000 फ्रांस 70,000 ऑस्ट्रेलिया 16,1272, न्यूजीलैंड 70,752