नई दिल्ली: शैलजा द्विवेदी की हत्या मामले में एक बार फिर से मियां बीवी और वो की कहानी सामने आ गई है। इस कहानी में एक मर्डर मिस्ट्री के अलावा प्यार और गुस्सा भी है। बहरहाल, धीरे-धीरे ही सही अब इस मर्डर मिस्ट्री की परतें खुलने लगी हैं। इस हत्या का आरोपी भी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस की मानें तो मेजर निखिल हांडा ने अपना जुर्म भी स्वीकार कर लिया है। इसको लेकर ढेरों खबरें भी यहां वहां चल रही हैं। लेकिन इन सभी के बावजूद बड़ा सवाल है कि आप शैलजा के बारे में कितना जानते हैं। क्या आप जानते हैं बिंदास जिंदगी जीने वाली शैलजा ने अपनी मौत से एक दिन पहले अपनी फेसबुक वाल पर क्या लिखा था। यदि नहीं तो हम आपको इसके बारे में आज सिलसिलेवार बता रहे हैं।
आखिरी फेसबुक पोस्ट
सबसे पहले आपको बता दें कि शैलजा फेसबुक पर काफी एक्टिव रहती थी। यहां तक की अपनी रोजमर्रा की बातों को भी वह फेसबुक पर शेयर करने से नहीं हिचकिचाती थी। हत्या से एक दिन पहले शैलजा ने अपनी फेसबुक पर लिखा था- ‘जब आपकी जिंदगी में काफी रंग भरे हों, फिर भी आपको यह याद रहना चाहिए कि चीजें ब्लैक एंड व्हाइट में आती हैं..।’ इसके साथ उन्होंने सफेद कुर्ते में अपनी एक तस्वीर शेयर की थी। इसके अलावा 11 जून को अपना फेसबुक प्रोफाइल पिक्चर बदलते हुए उन्होंने लिखा था कि मेरे पास शायद बहुत खूबसूरत चेहरा नहीं है, लेकिन मैं मैं हूं।
कैसी थी शैलजा
शैलजा और अमित की शादी दिसंबर 2009 में हुई थी। उसे सिंगिंग, डांसिंग, कुकिंग और बॉलीवुड गाने सुनना पसंद था। शैलजा को जोक्स सुनाना और बातें करना खूब आता था। इसके अलावा उसे सपने देखना पसंद अच्छा लगता था। उसका मानना था कि अगर कोई सपने नहीं देखता है तो वह कुछ हासिल नहीं कर सकता है। शायद यही वजह थी कि उसने अपने प्रोफाइल में कॉंफिडेंट, हैप्पी और लकी गर्ल बताया था। कुछ खबरों को मानें तो 35 वषीर्य शैलजा ने अर्बन प्लानिंग में एमटेक की डिग्री हासिल की थी। मिस्ट्रेस इंडिया अर्थ मैगजीन के कवर पर पिछले साल जुलाई में सबसे अधिक क्रिएटिव महिला के रूप में उनकी फोटो भी छपी थी। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक वह गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में 5 साल लेक्चरर भी रह चुकी थी। इसके अलावा वह कैच एंड केयर एनजीओ के साथ भी जुड़ी थी जहां वह गरीब बच्चों को पढ़ाती थी। फेसबुक इंट्रो में शैलजा ने खुद की पहचान मिस्ट्रेस इंडिया अर्थ मोस्ट क्रिएटिव टाइटल विजेता के दौर पर जाहिर की थी।
वो आखिरी दिन
घटना वाले दिन यानी शनिवार की सुबह भी मेजर निखिल ने शैलजा को कॉल की थी और मिलने के लिए बुलाया था। इसके बाद दोनों एक साथ आर्मी बेस अस्पताल से होंडा सिटी कार से निकले थे। यहां से निकलने के बाद दोनों दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन के पास सुनसान जगह पर पहुंचे। वहां कार में ही दोनों के बीच काफी देर तक वाद-विवाद होता रहा। पुलिस के अनुसार, शैलजा द्वारा पति को छोड़ने के लिए तैयार नहीं होने पर आरोपित मेजर के साथ उनका विवाद इस कदर बढ़ गया कि उसने उनके गले पर चाकू से वार कर दिया। इसके बाद मामले को दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की। मौके पर पुलिस को टायर के रगड़ के निशान भी मिले। पुलिस ने शैलजा के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल खंगालनी शुरू की। उनके पति ने भी निखिल पर शक जताया था।
पति से मिली थी चेतावनी
पुलिस की जांच में कुछ बेहद खास बातें सामने आई हैं। इसके मुताबिक निखिल ने शैलजा को एक मोबाइल गिफ्ट किया था। जांच में यह भी बात सामने आई है कि निखिल ने छह माह में करीब 3300 बार शैलजा को कॉल की थी। मेल टुडे में छपी एक रिपोर्ट की मानें तो अमित द्विवेदी को पत्नी और हांडा के अफेयर के बारे में जानकारी थी और उन्होंने अफेयर खत्म करने के लिए चेतावनी दी थी। रिपोर्ट में यहां तक कहा गया है कि अमित ने शैलजा को एक बार निखिल से वीडियो कॉलिंग करते हुए भी पकड़ लिया था। इसके बाद ही अमित को इस अफेयर की जानकारी हुई थी।
हत्या के पीछे ये बनी थी वजह
दरअसल, शैलजा अपने पति के साथ दिल्ली आ गई थी, जबकि निखिल की पोस्टिंग पहले की ही तरह दीमापुर में थी। इसके बाद वह भी बीमारी का बहाना बनाकर दिल्ली आ गया। शैलजा जिस आर्मी के बेस अस्पताल में अपना इलाज करवा रही थी वहीं पर निखिल भी आ गया। शैलजा अब इस रिश्ते को यहीं पर छोड़ना चाहती थी, लेकिन इसके बाद भी शनिवार को वह निखिल के कहने पर उसकी गाड़ी में बैठ गई थी। वह नहीं चाहती थी कि अमित की जानकारी और चेतावनी के बाद इस रिश्ते को आगे बढ़ाया जाए। लेकिन निखिल को यह मंजूर नहीं था और इसी बात पर दोनों के बीच विवाद बढ़ गया और गुस्से में आए निखिल ने उसकी हत्या कर दी। आपको बता दें कि निखिल और अमित दोस्त होने के साथ-साथ आर्मी में मेजर थे और नागालैंड के दीमापुर में अगल-बगल में रहते थे। करीब दो माह पहले ही अमित का ट्रांसफर दिल्ली हुआ था।
पुलिस को था अमित पर शक
इस हत्या के लिए पुलिस का शक पहली बार में अमित पर गया था। लेकिन धीरे-धीरे जानकारियां सामने आती रहीं। पुलिस की गिरफ्त में आए निखिल के लगातार बयान बदलने से भी पुलिस का शक उस पर गहरा हो गया था। वहीं उसके पास से पुलिस को दो चाकू भी मिले थे। इसके अलावा 3300 फोन कॉल्स अपने आप में काफी कुछ बयां कर रही थीं। शैलजा और हांडा 2015 से ही एक-दूसरे को जानते थे। पुलिस के मुताबिक, दीमापुर में रहने के दौरान आधिकारिक कार्यक्रमों और अन्य सोशल इवेंट्स में दोनों की मुलाकात होती थी।
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