नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कोरियाई नेता किम जोंग उन के बीच सिंगापुर में हुआ शिखर सम्मेलन दुनियाभर में चर्चा का विषय रहा था। आपको बता दें कि इस हाइ-प्रोफाइल मीटिंग के आयोजन में हुए खर्च का वहन सिंगापुर सरकार ने अपने फंड से किया था। अब जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार, इस शिखर सम्मेलन में सिंगापुर ने कुल 16.3 मिलियन डॉलर खर्च किया है जो पुर्वानुमानित 20 मिलियन डॉलर से कम है। सिंगापुर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रविवार को ये बातें कहीं। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा राशि सुरक्षा व्यवस्था पर खर्च की गई।
सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियेन लुंग ने शिखर सम्मेलन से पूर्व में अनुमान लगाते हुए कहा था कि इन दोनों बड़े नेताओं के बीच होने वाले शिखर सम्मेलन में कुल 20 मिलियन डॉलर के खर्च आने की उम्मीद है जिसमें उन्होंने आधा खर्च सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बताया था। प्रधानमंत्री ली ने इस बारे में बात करते हुए कहा था कि सिंगापुर की तरफ से वैश्विक शांति की तरफ प्रयास में एक योगदान है।
बताया जाता है कि सिंगापुर में जिस स्थान पर इन दोनों नेताओं की मीटिंग आयोजित की गई थी वहां दुनियाभर से तकरीबन 2,500 से भी ज्यादा पत्रकार एकत्र हुए थे। गौरतलब है कि, इसी महीने 12 जून को सिंगापुर के सेंटोसा द्वीप पर होटेल कैपेला में किम जोंग उन और ट्रंप की मुलाकात हुई थी जहां दोनों देशों के बीच पूर्ण निरस्त्रीकरण पर चर्चा की गई थी। इस संबंध में दोनों नेताओं के बीच संयुक्त समझौते पर हस्ताक्षर भी किए गए थे।
सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध को खत्म करने का भी वादा किया था जिसे निभाते हुए अमेरिका ने तत्काल ही दक्षिण कोरिया के साथ अपने संयुक्त सैन्य अभ्यास पर भी रोक लगा दी थी। लेकिन वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने बाद में कहा था कि हालांकि ट्रंप और उन के बीच समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं लेकिन फिर भी इस दिशा में अभी काफी वार्ता की जरुरत है।
उल्लेखनीय है कि, ट्रंप प्रशासन ने पिछले शुक्रवार को उत्तर कोरिया की तरफ से परमाणु हथियारों के खतरे को भांपते हुए किम शासन पर दशकों पुराने लगे प्रतिबंध को बढ़ा दिया था।
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