नई दिल्ली:मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के बेटे और दामाद समेत उसके 265 उम्मीदवारों के नामांकन-पत्र मंजूर कर लिए हैं। सईद ने 25 जुलाई को होने वाले संसदीय और प्रांतीय चुनाव में अल्लाह-ओ-अकबर तहरीक (एएटी) के बैनर तले अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
सईद की सियासी पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) के पंजीकरण को चुनाव आयोग ने मंजूरी नहीं दी थी। एएटी चुनाव आयोग में पहले से पंजीकृत है। जमात-उद-दावा प्रमुख और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक सईद खुद चुनाव नहीं लड़ रहा है।
अमेरिका ने उसे वैश्विक आंतकी घोषित करने के अलावा उस पर एक करोड़ डॉलर (करीब 68 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित कर रखा है। प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर ने ही वर्ष 2008 में मुंबई आतंकी हमले को अंजाम दिया था। एमएमएल ने गुरुवार को कहा कि सईद के बेटे हाफिज तल्हा और दामाद हाफिज खालिद वहीद समेत 265 उम्मीदवारों के नामांकन पर्चे रिटर्निंग अफसरों ने स्वीकार कर लिए हैं।
इन उम्मीदवारों में से 80 ने पाकिस्तान की संसद नेशनल असेंबली और 185 ने प्रांतीय विधानसभाओं के लिए नामांकन किया है। सईद का बेटा लाहौर से 200 किमी दूर नेशनल असेंबली की सरगोधा सीट से चुनाव लड़ रहा है। जबकि वहीद लाहौर की एनए-133 सीट से चुनाव मैदान में है। सरगोधा सईद का गृहक्षेत्र है। जमात-उद-दावा के अन्य नेता कारी मुहम्मद शेख याकूब ने लाहौर की एनए-125 सीट से पर्चा भरा है। अमेरिका ने कारी को भी आतंकी सूची में शामिल कर रखा है।
अमेरिका ने MML को विदेशी आतंकी संगठन करार दिया
पाकिस्तान में होने वाले आम चुनाव से पहले अमेरिका ने जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद की पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग यानी एमएमएल को विदेशी आतंकी संगठन करार दिया है। वहीं, भारत ने अमेरिकी सरकार के आतंकी हाफिज सईद और उसके राजनीतिक दल को लेकर उठाए कदम का स्वागत किया था। अमेरिकी सरकार ने आतंकी हाफिज सईद, उसके राजनीतिक दल और इसके 7 सदस्यों को लश्कर-ए-तैयबा के समकक्ष रखा है।
मिल्ली मुस्लिम लीग हाफिज सईद के नेतृत्व वाले आतंकवादी संगठन जमात- उद दावा का राजनीतिक मोर्चा है। साथ ही अमेरिका ने तहरीक-ए- आजादी- ए- कश्मीर को भी आतंकवादी समूहों की सूची में शामिल किया है। अमेरिका ने इसके साथ ही एमएमएल के सात सदस्यों को भी विदेशी आतंकवादी घोषित किया है।
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने भी एमएमएल का राजनीतिक दल के रूप में पंजीयन करने से मना कर दिया था। इससे पहले गृह मंत्रालय ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि एमएमएल जमात-उद-दावा की एक शाखा है, जिसका नेतृत्व सईद करता है और उस पर संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंध लगाया है।
आखिर कौन है हाफिज सईद ?
1- हाफिज सईद आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का चीफ है। ये एक दूसरे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का को-फाउंडर भी है। इन संगठनों का मुंबई के 26/11 हमले समेत भारत में कई आतंकी हमलों में हाथ पाया गया है।
2- हाफिज के सिर पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। इसके खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हो चुका है। पाक सरकार ने हाफिज का नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट में भी शामिल किया है। यानी यह पाक छोड़कर नहीं जा सकता। पाकिस्तान ने हाफिज सईद को आतंकी भी माना है। पंजाब प्रोविन्स की सरकार ने सईद का नाम एंटी-टेररिज्म एक्ट के शेड्यूल में शामिल कर रखा है।
3- भारत पाकिस्तान से लगातार मुंबई हमले की जांच दोबारा से करने मांग करता रहा है। भारत की ये भी मांग है कि हाफिज और लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकीउर रहमान लखवी पर केस चलाया जाए। इसके लिए भारत पहले ही पाक को सबूत दे चुका है।
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