मनामा : कुवैत की जेल में बंद करीब 50 कैदियों को सरकार की अोर से रिहा कर दिया गया। जेल में बंद ये सजायाफ्ता कैदी हर्जाना नहीं चुका पा रहे थे। अमीर शेख सबा अल अहमद अल जाबर अल सबा के अादेश पर इन कैदियों को छोड़ दिया गया। दैनिक अल कबास की रिपोर्ट के मुताबिक रिलीज के लिए योग्य कैदियों की सूची और उनके लिए जो दंड की रिपोर्ट को तैयार किया गया है।
रोज़गार में शामिल किए जाने वाले कैदियों की उच्चतम संख्या के लिए अनुमति देने के लिए 20,000 कुवैती दिनारों पर ऋण का भुगतान करने की अधिकतम सीमा तय की गई थी। रविवार को एमीर कोर्ट ने कहा कि एमीर का निर्णय कुवैत के 57 वें राष्ट्रीय दिवस और 27 वीं वर्षगांठ के शुभ अवसरों के उत्सव में घोषित किया गया था।
अदालत ने एक बयान में कहा कि कैदियों द्वारा बकाया राशि को विशिष्ट मानदंडों के आधार पर एमीर द्वारा वहन किया जाएगा। हजारों कुवैती कानूनी संकटों का सामना कर रहे हैं, क्योंकि वे अपने कर्ज का भुगतान करने में नाकाम रहे, जिसके परिणामस्वरूप जेल की सजा दी गई। सोसाइटी के अधिकारियों का कहना है कि उनका उद्देश्य कैदियों को घर जाने में मदद करना है और उनको परिवारों के साथ फिर से मिलाना है, खासकर उन मामलों में जहां उन जेलों को उनके कार्यों में से कुछ के वित्तीय निहितार्थ के बारे में पता नहीं था।
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