सत्यम् लाइव, 9 अगस्त 2020, दिल्ली।। बिहार में बाढ़ का प्रकोप कम होता नहीं दिख रहा है. बिहार के 16 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, सारण, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा और सहरसा के कई गांवों में बाढ़ की पानी घुस गया है बिहार में 125 प्रखंड में लोग बाढ़ की वजह से परेशान हैं.अब तक सरकार ने 5 लाख 8 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा चुकी है. तो वहीं बिहार के कुल 1223 पंचायत के 73 लाख 32 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य प्रशासन ने राहत शिविर के नाम पर शिवहर में 7 शिविर चलाए जा रहे हैं जिसमें 11 हजार 849 लोग शरण ली है .लेकिन इस बाढ़ में डूबने से 23 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं 63 पशुओं की भी जान गई है. राहत बचाव कार्य में एनडीआरएफ और एसपीआरएफ की 33 टुकड़ियां भी लगी हुई है.बाढ़ प्रभावितों को खाना खिलाने के लिए 1342 समुदायिक केंद्र चलाए जा रहे हैं जिसमें 9 लाख 86 हजार लोग भोजन कर रहे हैं. बचाव राहत कार्य जारी है , बिहार के साथ साथ उसके आस पास राज्य भी ज्यादा प्रभावित है। वहीं, बिहार के कृषि मंत्री ने लोगों को मुुुुुुुआवजा देने की आज घोषणा की है उन्होंने कहा अगर बाढ़ में मवेशी की मौत होती है, तो 30 हजार का मुआवजा मिलेगा, इसके अलावा फसल की क्षतिपूर्ति आकलन करने के बाद किसानों को उनका उचित मुआवजा दिया जाएगा.क्योंकि इस साल अन्य साल से ठीक बारिश होने से अच्छी फसल होने के आसार हैं, जहां बाढ़ नहीं, वहां अच्छी पैदावार होगी, ये अनुमान लगाया गया है लेकिन ज्यादातर फसलें ढूब चुके है, चारो तरफ पानी ही पानी है।
सुनील शुक्ल
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