सत्यम् लाइव, 20 अगस्त 2023, नई दिल्ली। किशोरीलाल फाउंडेशन द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के 9 साल बेमिसाल नामक विषय पर सम्मेलन कक्ष एस एस एस अकैडमी शकरपुर नई दिल्ली में एक सेमिनार का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री एवं पूर्व प्रशिक्षण प्रभारी श्री संत प्रकाश जाटव उपस्थित थे।
कार्यक्रम में अन्य वक्ताओं के रूप में जम्मू कश्मीर के महामहिम उपराज्यपाल के मीडिया सलाहकार श्री रमाकांत पांडे , पूर्वांचल मोर्चा दिल्ली प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जगदंबा सिंह वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह एवं समाजसेवी प्रवेश त्यागी ने अपने विचार रखें।
संस्था के अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने सर्वप्रथम सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्य अतिथि संत प्रकाश जाटव ने कहा कि पर्यावरण, एक देश की आर्थिक उन्नति में बहुत ही महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्राचीन काल से ही पर्यावरण व आर्थिक विकास में घनिष्ठ सम्बन्ध है। आज पर्यावरणीय मुद्दे विश्वव्यापी समस्या बन गये हैं। यह एक ऐसी समस्या है जिसके उत्तरदायी और कोई नहीं बल्कि मानव ही हैं। आज विकास की दौड़ में हम प्रकृति से खिलवाड कर रहे हैं जिसके परिणाम हमारे सामने हैं।
वर्तमान समय में सम्पूर्ण विश्व में विभिन्न क्षेत्रों में विकास हो रहा है, जिसके फलस्वरूप लोगों का जीवन स्तर सुधर रहा है, लेकिन इस विकास की अंधी दौड में पर्यावरण एवं प्राकृतिक संसाधन पूरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं। आज यह विचार करना जरूरी हो गया है कि क्या हमने, स्वतन्त्रता प्राप्ति से अब तक इन वर्षों में भारत के लिए सतत् विकास या टिकाऊ विकास की नींव तैयार की है? तथा इसके साथ ही यह विचार करना भी जरूरी है, कि सतत् विकास की प्रक्रिया प्रारम्भ से ही अंगीभूत क्यों नहीं की गई?
उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण एवं संवर्धन हम सबकी सामाजिक एवं नैतिक जिम्मेदारी है। आइए, विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस पर धरती को हरा-भरा बनाने का संकल्प लें। अपने जन्मदिन, शादी की वर्षगांठ और अपनों की पुण्य स्मृति में एक पौधा जरूर लगाएं
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल के मीडिया सलाहकार श्री रमाकांत पांडे ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, ग्रीनहाउस के प्रभाव, ग्लोबल वार्मिंग, ब्लैक होल इफ़ेक्ट आदि को कम या कंट्रोल करने के लिए पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता है। पेड़ कटते जा रहे हैं, जिससे वन क्षेत्र कम हो रहा है। नदियों का जल भी प्रदूषित हो गया है जिसके कारण पर्यावरण संरक्षण बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में पर्यावरण संरक्षण के प्रति वैश्विक स्तर पर जागरूकता बढ रही है। स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में तकनीकि प्रगति , नवीकरणीय ऊर्जा को बढावा तथा पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन सभी विकसित एवं विकासशील देशों में देखा जा रहा है। भारत में भी सभी योजनाओं के प्रारम्भ होने से पहले पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन की प्रक्रिया अपनाई जा रही है तथा पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाली परियोजनाओं को प्रारम्भ होने से रोका जा रहा है। आज अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों से प्रमाणित होता है कि लगभग सभी देश पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान के संदर्भ में सकारात्मक प्रयास कर रहे हैं अतः , आज विकास , पर्यावरण की कीमत पर नहीं किया जा सकता है। क्योंकि व्यक्ति बिना हवा , पानी व स्वच्छ पर्यावरण के जिन्दा नहीं रह सकता है। आज ऐसे विकास की आवश्यकता है जो पर्यावरण हितैषी होने के साथ – साथ प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में मददगार हो , क्योंकि तभी हम सतत् विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे। यदि पर्यावरण के संरक्षण के लिए हमने जल्दी उचित कदम नहीं उठाए , तो मानव जाति का भविष्य अन्धकारमय भी हो सकता है।
श्री पांडे ने जम्मू कश्मीर में पर्यावरण संरक्षण के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में भी बताया
पूर्वांचल मोर्चा, दिल्ली प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष श्री जगदम्बा सिंह ने कहा कि विगत 9 वर्षों में पर्यावरण संरक्षण- संवर्धन के क्षेत्र में बहुत अधिक कार्य हुए हैं। नेशनल हाईवे एवं अन्य सड़कों के विकास से शहरों में गाड़ियों का आवागमन कम हो रहा है। जब शहरों में गाड़ियों का आवागमन कम होगा तो प्रदूषण भी कम होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी वृक्षारोपण को लेकर काफी गंभीर हैं। उनके निर्देशानुसार सभी मंत्रालय वृक्षारोपण अभियान में लगे हैं। सरकार जो कुछ कर रही है, वह तो कर ही रही है। सरकारी प्रयासों एवं कार्यों के अलावा हमारी अपनी भी कुछ जिम्मेदारी होती है। हमें अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होगा। हम सभी वृक्षारोपण अभियान को बढ़ावा दें। आवश्यकता से अधिक एसी का प्रयोग न करें। कभी- कभी निजी वाहन की बजाय सार्वजनिक वाहन का प्रयोग करें तो अति उत्तम रहेगा। कुल मिलाकर कहने का आशय यही है कि लोग छोटे- छोटे प्रयासों से पर्यावरण संरक्षण- संवर्धन की दिशा में अच्छा कार्य कर सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत में पर्यावरण पर काम कर रहे गण मान्य व्यक्तियों को सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित किया गया
संस्था के अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले समय में समाज में जागरूकता लाने के लिए संस्था विभिन्न विषयों पर इसी तरह से कार्य करती रहेगी और साथ ही साथ उन कंपनियों का भी जिनमें मुख्यता पावर फाइनेंस कारपोरेशन एवं आरईसी का आभार व्यक्त किया और उम्मीद की जिस तरह इन कंपनियों ने इस कार्यक्रम में अपना सहयोग प्रदान किया भविष्य में भी संस्था को इसी तरह इनका सहयोग मिलता रहे उन्होंने कार्यक्रम के मीडिया सहयोगी के रूप में प्रतीक न्यूज़ नीरज मंच एवं सत्यम लाइव के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
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