सत्यम् लाइव, 6 अगस्त 2020, मुम्बई।। भारत के अलग-अलग राज्यों में हो रही भारी बारीश से चारों तरफ बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। उत्तर भारत के लगभग सभी राज्यो में भारी बारिश, और आकाशीय बिजली लोंगों पर देवी आपदा बन कर टूट रही है। उत्तर भारत में भारी बारिश और बाढ़ से जो राज्य प्रभावित है। वह असम, बिहार और उत्तर प्रदेश के पूर्वी राज्य है। इन राज्यों में लगभग एक महिने से हो रही बारिश से नदीयांऊफान पर है, उनका बहाव खतरे की रेखा से ऊपर बह रही है। वहां जान माल का भरी नुकसान हुआ है। धान की फसल पूरी तरह से ढूब चुके है। लोंग अपने आप को सुरक्षित करने के लिए दुसरी जगह जा रहें है। तो वही कल से असम बिहार के बाद अब मुम्बई में भी लगातार हो रही भारी बारिश से लोंगो के लिए आफत बन गया है। मुम्बई में मूसलाधार बारिश ने एक बार फिर कहर अपने साथ लेकर आया है। तेज हो रही इस बारिश और तेज हवाओं ने मुम्बई की रफ्तार थाम दिया है। मायानगरी के नाम से मशहूर इस नगरी को पूरी तरह से परेशान में ढाल दिया है। बुधवार को 12 घंटे की बारिश से मुम्बई के सभी इलाके जलमग्न हो गए है। पेड़ गिर गए, रेल समवा ठप हो गई, हाईवे बंद हो गए, सड़के डूब गईं , लोंगो के घरों में पानी इस तरह घुस रहा है, जैसे नहर का मुहँ खोल दिया हों तो वही मुम्बई में आज भी बारिश की चेतावनी दी गई है और रेडअलर्ट जारी कर दिया। इसी बीच हो रही भारी बारिश महज 12 घंटे में 46 साल का रिकार्ड के बराबर हो गई है। मौसम विभाग ने रिपोर्ट जारी किया है। कि इस 12 घंटे में 293.8 मिमी बारिश दर्ज की है। इससे पहले 1998 में 10 अगस्त को 24 घंटेे में सबसे अधिक 261.9 मिमी बारिश दर्ज की गई थीं। वही कोलाबा क्षेत्र मेें हवा की रफ्तार 70 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 80 किलोमीटर प्रति घंटे, मगर शाम में करीब पांच से साढ़े पांच बजें यह रफ्तार 107 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच गई। गौरतलब हैं कि मुम्बई बारिश से इस बार भी काफी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने आज यानी गूरूवार को भी बारिश का अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धवठाकरे ने मुम्बई और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद स्थिति की समीक्षा की और लोगों से घरों से बाहर ना निकलने की अपील की। खबर पूर्ण होते ही फिर से खबर आ रही है कि पुुुुन: बारिश प्रारम्भ हो गयी है।
मंसूर आलम
Leave a Reply