सत्यम् लाइव, 21 अगस्त 2020, दिल्ली।। बलिया के एसडीएम अशोक चौधरी को आम जनता पर जमकर लाठी चलायी है कारण बताया जा रहा है कि एसडीएम अशोक चौधरी ने जनता से अपेक्षा रख रहे थे कि सरकार के आदेशानुसार लोग मास्क लगाकर रहें और सोशल डिस्टिेसिंग का पालन करें और स्वस्थ रहें ऐसे स्वस्थ रखने के अधिकार का पालन कराने में कई लोगों को एसडीएम ने डॉक्टर का रास्ता दिखा दिया है। बलिया में बृहस्पतिवार को एसडीएम अशोक चौधरी और पुलिस कर्मचारियों का कहर आम जनता के साथ कारोबारियों भी झेलना पडा, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के बिना तहसील में आए लोगों को एसडीएम ने दौड़ा दौड़ाकर पीटा, साथ ही बुजुर्गों को भी नहीं बख्शा। तहसील के बाहर स्थित दुकानों पर मौजूद कारोबारियों को भी दुकानों से निकाल निकाल कर पीटा। एसडीएम के साथ मौजूद पुलिस वालों ने भी लोगों पर जमकर पीटा। कई दुकानदारों सहित जनता को चोटें भी आईं हैं। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है इस वीडियों में साफ दिख रहा है कि जिसने मास्क लगा रखा है उसे भी एसडीएम साहब स्वयं पीट रहे हैं। वीडियों को देखकर ऐसा साफ लग रहा है कि एसडीएम साहब अपनी कुर्सी का फायदा उठा रहे हैं परन्तु भारत के स्वास्थ चिकित्सा के बारे मेें कुछ भी नहीं जानते हैं इस वीडियों से साफ पता चलता है कि एसडीएम साहब को वासुधैव कुुुुुुटुम्बकम् के बारे में कुछ भी नहीं पता है। सूर्य के ताप केे बारे में एसडीएम साहब कुछ भी नहीं जानते हैं। ऐसे में एसडीएम साहब इस कुर्सी पर बैठकर कौन सी भारतीय संस्कृति और सभ्यता की रक्षा कर रहे हैं या फिर पश्चिमी सभ्यता का पालन अपने डंडे के दम पर भारत माता की जय करते हुए उसी कुर्सी पर बैठकर कर रहे हैं जिसको कभी सुभाष चन्द्र बोस ने त्यागपत्र दे दिया था। ये खबर मुख्यमंत्री तक पहुॅच चुकी है और मुख्यमंत्री जी ने उन्हें तत्काल निलम्बित कर दिया है।
परन्तु मेरा मानाना है कि ऐसे एसडीएम सहित सभी पुलिस वालों की पेमेेन्ट से पूूूूरा पैसा काटकर जनता को इलाज के लिये दे देना चाहिए जिससे पुलिस सहित अधिकारी को भी गलत ढंग से लाठी उठाने में कुछ भय तो आये। व्यवस्था परिवर्तन में ये पहला कदम होगा।
सुनील शुक्ल