
सत्यम् लाइव, 2 फरवरी 2023, गुजरात।। गुजरात के तापी जिले के सत्र न्यायाधीश एसवी व्यास ने अपने 24 पन्ने के जर्जमेन्ट में कहा कि धर्म को वृषभ कहा गया है और गाय के पुत्र को वृषभ कहा जाता है वृषभ को धर्म कहा गया है अर्थात् धर्म गाय का पुत्र है। गौ की एक भी बूॅद जिस दिन धरती पर गिरना बन्द हो गया उस दिन से धरती के सारे सारी समस्याओं को समाधान प्रारम्भ हो जायेगा।
उन्होंने दावे के साथ कहा कि गाय के गोबर से बने घरों पर परमाणु विकिरण का भी असर नहीं होता है। गौमूत्र से कई गंभीर बीमारियां को समाप्त करने के लिये औषधि तैयार की जाती है। तापी जिले अदालत के जज द्वारा किए गए इन दावों को पहेल वैज्ञानिक राजीव दीक्षित सिद्ध कर चुके हैं।
सत्र न्यायाधीश एसवी व्यास ने मामले में फैसला सुनाने के दौरान गौहत्या और मवेशियों की तस्करी की घटनाओं को असभ्य समाज का मानक बताया। उन्होंने कहा ‘‘गाय केवल एक जानवर नहीं है’’ अपितु मां है जिसमें 68 करोड़ पवित्र स्थलों और 33 करोड़ देवताओं का निवास है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर भी गौ हत्या को प्रभावकारी बताया। जलवायु में गर्मी बढ़ने का एकमात्र कारण गोवध कहा। उन्होंने माना कि जब तक गौ हत्या पूरी तरह प्रतिबंधित नहीं हो जाती तब तक सात्विक जलवायु का प्रभाव नहीं हो सकता।
मंसूर आलम
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