सत्यम् लाइव, 4 अगस्त 2020 दिल्ली।। श्रीराम भूमि के भूमि पूजन हेतु ट्रस्ट द्वारा आमंत्रित सभी भक्तगण अब अयोध्या की ओर प्रस्थान करने लगे हैं। प्राप्त सूचना के अनुसार बाबा रामदेव अयोध्या की ओर रवाना हो चुकी हैं। बुधवार की दोपहर में होने वाले भूमि पूजन से पहले सभी मेहमानों को अयोध्या पहुॅचना है। सुरक्षा की दृष्टि से मंगलवार शाम को अयोध्या की सीमाएं सील हो जाएंगी। श्रीराम मंदिर के ट्रस्ट की ओर कुल 175 लोगों को भूमि पूजन के लिए निमंत्रण भेजा गया है, सबसे पहला न्योता इकबाल अंसारी को दिया गया, जो सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद की ओर से पक्षकार थे। इकबाल अंसारी भूमि पूजन के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत भी करेंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को विशिष्ट अतिथि के होगें, राम मंदिर आंदोलन की अगुवाई करने वाले अशोक सिंघल के परिवार के सदस्यों को भी बुलाया गया है। राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए आमंत्रित संत गणों में दशनामी सन्यासी परंपरा, रामानंद वैष्णव परंपरा, रामानुज परंपरा, नाथ परंपरा, निम्बार्क, माधवाचार्य, वल्लभाचार्य, रामसनेही, उदासीन, निर्मले संत, कबीर पंथी, चिन्मय मिशन, रामकृष्ण मिशन, लिंगायत, वाल्मीकि संत, रविदासी संत, आर्य समाज, सिख परंपरा, बौद्घ, जैन, संत कैवल्य ज्ञान, संत पंथ, इस्कान, स्वामी नारायण, वारकरी, एकनाथ, बंजारा संत, वनवासी संत, आदिवासी गौड़, गुरू परंपरा, भारत सेवाश्रम संघ, आचार्य समाज, संत समिति, सिंधी संत, अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी समेत नेपाल के विभिन्न इलाकों सहित जनकपुर के भी संत उपस्थित रहेंगे। हर निमंत्रण कार्ड पर एक कोड है, जो सुरक्षा के चलते तैयार किया गया है। कोरोना वायरस के कारण 90 साल से अधिक उम्र वालों को नहीं बुलाया गया है, ऐसे में भाजपा के दिग्गज लालकृष्ण आडवाणी, सुप्रीम कोर्ट में रामलला का केस लड़ने वाले के. परासरण जैसे बड़े लोग नहीं आ पाएंगे। हालांकि, इनके लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था की जा रही है। इनके अलावा कल्याण सिंह, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज भी कोरोना संकट के कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंचेंगे।
मंसूर आलम
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