सत्यम् लाइव, 8 फरवरी 2021, दिल्ली।। उत्तरांचल में ग्लेशियर फटने के कारण जो जल प्रलय आपदा आयी है जो महामारी से ज्यादा घातक है प्रात: सूचनाओं केे अनुसार उत्तरांचल में इस आपदा में अभी भी कई लोगों के लापता होने की खबर आ रही है बचाव कार्य में लगे हुए लोग को अभी भी शव मिल रहे हैं। उत्तरांचल से निकलने वाली यह जल उत्तर प्रदेश की गंगा नदी का जल स्तर बढाने का संकेत प्राप्त होते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी के आदेशानुसार सतर्क रहने को कहा है साथ ही अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार ने 11 मंडलायुक्तों व 27 जिलों के डीएम को पत्र लिखकर संभावित बाढ़ की स्थिति से सतर्क रहने के निर्देश जारी कर दिये हैं इन मंडल में- मुरादाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, बरेली, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी व आजमगढ़। साथ ही गंगा से जुडे जिले बिजनौर, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, संभल, मेरठ,, बुलंदशहर, हापुड़, अलीगढ़, कासगंज, बदायूं, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, कन्नोज, हरदोई, उन्नाव, कानपुर नगर, रायबरेली, फतेहपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, भदोही, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया व चंदौली। गंगा किनारे स्थित जिलों निगरानी प्रारम्भ हो चुकी है जल स्तर बढ़ा तो लोगों को वहां से अलग भेजने की तैयारी है। राहत और बचाव के निर्देश दे दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने अपील की है कि अफवाह न फैलाएं। खुद सतर्कता बरतते हुए नदी किनारे न जाएं। विषम परिस्थिति हो तो जिला प्रशासन के साथ सहयोग करें। सभी जिलों के राहत आयुक्त कंट्रोल रूम को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।
सुनील शुक्ल
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