सत्यम् लाइव, 10 फरवरी 2022, दिल्ली।। स्वर कोकिला कही जाने वाली लगा मंगेश्वर जी का पृथ्वी लोक से विदाई होने से ये कहना अतिशेक्ति न होगी कि एक स्वर संगीत के युग का अन्त हो गया है। अपने स्वर से भारतीय संगीत को अन्नतकाल तक के लिये जीवित रखकर 6 फरवरी 2022 को स्वर्गधाम सिधार जाने से सिर्फ संगी जगत ही नहीं अपितु सारा जी जगत शोक ग्रस्त है जबकि दीदी ने 92 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली थी।
पं. प्रदीप के लिखे गये कई देशभक्तिी गीतों से लाल किले से सीधा प्रसारण हुए गीत ‘कुछ यादा उन्हें भी कर लो, जो लौटकर घर न आये।’’ को आज बार-बार उनके स्वर से सुना गया। स्वर कोकिला द्वारा गाया गया इस गीत ने उस दिन लाल किले पर उपस्थिति सभी आँखों को नम् कर दिया था। इसी देशभक्तिी गीत ने आज भी समस्त व्यक्तियों को आँखों को नम् किया और भविष्य में इसी गीत के स्वर के साथ ये कहा जा सकता है कि हमारी स्वर कोकिला दीदी जीवित थीं, जीवित हैं और सदैव स्वर स्मरण का रूप धर जीवित रहेगीं।
सुनील शुक्ल
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