जंतर मंतर पर जन आंदोलन

सत्यम् लाइव, 18 जुलाई 2023, नई दिल्ली।। डाॅ तरूण कोठारी के नेतृत्व में 16 जुलाई को जंतर मंतर पर जनआंदोलन हुआ ।जिसमें देश के अलग- अलग राज्यो से कई क्रांतिकारी और बुद्धिजिवी के साथ साथ कई पत्रकार भी आये हुए थे। आपको ज्ञात हो कि लगातार जब से कोरोना ने देश में दस्तक दिया तब से डाॅ तरूण कोठारी पूरे देश के जन जन को इस वायरस के षणयंत्र का पर्दाफास कर रहे है। इसके लिए लगातार सरकार के गलत फैसलो पर अपना ज्ञापन धरना जन आंदोलन कर रहें है। अभी तक कोठारी जी ने लगातार जन- जन को जगाने के लिए दिल्ली केन्द्र सचिवालय, पटियाला हाउस, मंदिर मार्ग थाना, पी एम ओ , नन्द नगरी एस डी एम आॅफिस और अब तक दो बार जंतर- मंतर पर अपना प्रर्दशन कर चुके है। 16 जुलाई को हुए इस जन आंदोलन में डाॅ कोठारी ने सरकार के समक्ष जन जन के लिए 14 मांगे रखी है। आप देख सकते है की 14 मांगे किस प्रकार है।

  1. लाॅकडाउन से हुए नुकसान का मुआवजा।
  2. वैक्सीन से हुई मौत, साईड इफेक्ट का मुआवजा।
  3. अंग्रेजों द्वारा लूटा गया 400 ट्रिलियन डाॅलर ( प्रत्येक भारतीय परिवार का लगभग 14 करोड़ रूपये) के लूट की वापसी।
  4. स्वीस बैंक में जमा 1000 लाख करोड़ की वापसी।
  5. जी.एस.टी. इन्कम टैक्स सहित सभी करों ( पेट्रोल,डीजल, रसोई गैस, सी. एन. जी, सम्पति कर आदि) की समाप्ति।
  6. देश के सभी मठ, मन्दिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त।
  7. 10 वर्ष से अधिक डीजल एवं 15 वर्ष से अधिक पेट्रोल वाहनों को जबरदस्ती बंद करने सम्बधित सभी कानून या आदेश,सर्कूलर,नोटिस की वापसी।
  8. गौ माता को राष्ट्र माता का सम्मान दिलाकर सम्पूर्ण देश में गौ हत्या पर रोक लगाना।
  9. भ्रष्टाचार रोकने के लिए सभी दलों के चुनाव चिन्ह की समाप्ति।
  10. किसानों को एम.एस.पी की गारंटी।
  11. ई.वी.एम चुनाव प्रणाली की समीक्षा।
  12. धीरे-धीरे नगद रूपये बन्द करके व नगद भुगतान पर दण्ड लगाकर जनता को जबरदस्ती डिजीटल ई रूपये सीबीडीसी इस्तेमाल के लिए मजबूर करना पूर्ण रूप से रोका जाये। रोड़ टोल प्लाजाओं की गुमशुदा कैशलेश वापस लायी जाए।
  13. वतावरण में हवाई जहाजों द्वारा करायें जा रहे केमट्रेल का छिड़काव बन्द किया जाए। जियो इंजीनियरिंग और हार्प को पूर्ण रूप से रोका जाये।
  14. भारत सरकार का कोई भी पदाधिकारी डब्लू एच ओ की किसी भी पैंडमिक स्वास्थ्य संधि पर हस्ताक्षर ना करें।

इस मांग के साथ कहा सरकार जबतक हमारी मांगे नही मानेगी हम जन आंदोलन करते रहेगें। हमारी सरकार से कोई लड़ाई नहीं है। हमारी लड़ाई सरकार की गलत नीतियों से चाहें सरकार कोई भी हो।अगर देश में कुछ गलत हो रहा है। जिसमें जन का नुकसान हो हमारे मौलिक अधिकारों का हनन हो हम उसके प्रति जन आंदोलन केरेगें।

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मंसूर आलम

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