सत्यम् लाइव, 23 जुलाई 2020 दिल्ली।। झारखण्ड सरकार ने नया लोगो लॉच करने का फैसला किया है यह लोगों 15 अगस्त को लॉन्च किया जायेगा। इस लोगों में प्लास का फूल, हाथी और झारखण्डी कला संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। हेमंत सोरोने सरकार ने कैबिनेट बैठक में बुधवार को यह अध्यादेश जारी किया है।
राज्य चिन्ह चक्रकार है, जो राज्य की प्रगति का प्रतीक है तथा वृत्ताकार खंड में प्रयुक्त हरा रंग झारखंड की हरी-भरी धरती एवं वन संपदा को प्रतिबंधित प्रतिबिंबित करता है साथ ही चक्र में इस्तेमाल किया गया ‘हाथी’ राज्य के ऐश्वर्य का प्रतीक होने के साथ राज्य के प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों एवं समृद्धि को दर्शाता है। हाथी झारखण्ड का राज्यकीय पशु है। राज्य चिन्ह में इस्तेमाल किया गया ‘पलाश का फूल’ राज्य के अप्रतिम प्राकृतिक सौंदर्य का परिचायक है और राज्यकीय फूल भी है, वृत्ताकार खंडों के बीच सुशोभित ‘सोहराई चित्रकारी’ राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित करती है। चक्र के मध्य का ‘अशोक स्तंभ’ राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह होने के साथ ही उपबंधित शक्तियों के अंतर्गत राज्य के संप्रभु शक्ति का परिचायक है साथ ही देश के विकास में झारखंड की भागीदारी को भी प्रदर्शित करता है। साथ ही कोरोना संकट को देखते हुए, सख्ती से नियम केे पालन कराने का नियम बनाया है। जिसमें 6 फीट की दूरी न बनाये रखने, मास्क न लगाने पर तथा साथ में सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के जुर्म में। साथ ही कोरोना से बचने के बताये गये नियमों का पालन न करने पर दो साल की सजा तथा 1 लाख रूपये का जुर्माना लगाया जायेगा। राज्य कैबिनेट ने बुधवार काे झारखंड संक्रामक राेग अध्यादेश-2020 के प्रस्ताव काे मंजूरी दे दी है। कैबिनेट सचिव अजय कुमार सिंह ने बताया कि झारखंड में अब तक कोई कानून नहीं था, जिसके तहत किसी बीमारी को सरकार संक्रामक रोग घोषित कर सकती थी। कोरोना संक्रमण के दौरान आदेशों के उल्लंघन पर दंडित करने का भी कानून नहीं था। राज्यपाल की स्वीकृति मिलते ही यह कानून लागू हाे जाएगा। वहीं, बैठक में बढ़ते काेराेना संक्रमण के दौरान और सख्ती बरतने पर सहमति बनी। लेकिन लाॅकडाउन पर अंतिम फैसला लेने के लिए सीएम काे अधिकृत कर दिया गया। सीएम जिलाें से संक्रमण की रिपाेर्ट लेने के बाद फैसला करेगें।
सुनील शुक्ल
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