सत्यम् लाइव, कानपुर।। यूपी पुलिस ने इस महामारी के दौरान कोरोना से निपटने में सख्त है अभी तक की चारों तरफ की खबरोंं से अब ऐसा लगने लगा है कि यूपी पुलिस सबसे ज्यादा सख्त नजर आ रही है। बहुत से क्षेत्र से ऐसी खबर भी आयी है जब पुलिस की वर्दी के अन्दर मानवता पूर्ण अपना भोजन भी दूसरे को करा रहे हैं पर सदैव कम आती खबरों पर तब हम सबको शान्त होना पडता है जब मानवता से हटकर अधर्म पूर्ण कार्य होने लगता है अब ऐसी ही खबरें यूपी के सहारनपुर से आयी कि हिन्दु सेना के अध्यक्ष संत युवराज को पकड लिया गया है उन्होंने एक ऑडियों में पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ बयान दिये थे। यूपी के कानपुर जिलेे में नोवेल कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढता हुआ नजर आ रहा है जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक में कार्य करने केे बादराष्ट्रीय पर्यावरण अभियात्रिकी अनुसांधान संस्थान (नीरी) ने भी खुलासा किया है कि ये वायरस 21-23 डिग्री तापमान पर सख्त सतह पर अर्थात् पक्की जगह पर जहॉ भी दलदल थोडा सा कम हो मात्र 2 घंटे तक जिंदा रह सकता है। 25 डिग्री से ज्यादा तापमान पर तो जीवित ही नहीं रह सकता है। भारतीय वैज्ञानिक रिसर्च पर भारतीय लोगों का कोई ध्यान नहीं होता है वो कहते हैं कि पराई पत्तल के बरा सबको अच्छे लगते हैं ये कहावत बिल्कुल सत्य है ऐसा ही कानपुर के पनकी में हुआ कानपुर जिलेे से एक ऐसा वीडियो वायरस होता है जहॉ पुलिस एक पीलप के पेड की पूूजा करने जाते हुए इंसान को सजा दे रही है ये खबर बुधवार की सुबह की बताई जा रही है। एक बुजुर्ग थाली सजाकर पनकी रतनपुर कॉलोनी में अपने घर के थोडी दूूरी पर पीपल की पूजा करने निकलता है मुॅह पर गमछा बॅधा हुआ है और हाथ पूजा की थाली है रास्ते में एसओ विनोद कुमार सिंह उस बुजुर्ग को रोक लेते हैं और बातचीत के बाद उसके लोटे का पानी उसकी थाली पर गिरा देते हैं। परन्तु अभी भी एसओ और साथ मेें खडे पुलिस वालों का मन नहीं भरता है ऐसा लगता है कि जैसे रावण के राक्षस पूजा करने पर जैसे रोक लगाते थे वैसे ही एसओ साहब वीडियो में कहते हुए नजर आ रहे हैं कि बैठ जाओ और घुटनों के बल वहॉ तक जाओ। कंकरीट भरी राह में उस बुजुर्ग से ऐसा ही कराया जाता है साथ में खडे पुलिस वाले भी साथ देते हैं और उससे व्यक्ति से कहलाते हैं कि पीपल देव मैं आ रहा हॅॅॅॅूू। लगभग 100 मीटर की दूरी पर पेड तक वो व्यक्ति बैठकर चलता है।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोगों का गुस्सा फूट रहा है कुछ लोगो का कहना है यदि पूजा करने ही नही निकल सकते हैं तो क्या करेगें? और सच भी है क्योंकि भारत की भूमि प्रारम्भ से ही अध्यात्मकवादी कही गयी है यहॉ पर कोई रिसर्च भी हुए है तो अध्यात्मक को लेकर ही हुए है तभी चले हैं अन्यथा कुछ दिन के बाद अपने आप वो तौर तरीके समाप्त होते गये। दूसरा कोई कह रहा है कि ये पुलिस का अमानवीय चेहरा सदैव समाने आता रहा है एक व्यक्ति ने उप्र मुख्यमंत्री की 2007 के संसद में खडे होकर प्रशासन की हरकत बताते हुए रो रहे हैं ये तक वयां कर डाला। बहराल हुआ कहीं भी कुछ भी हो मैं बार बार यही कह रहा हूॅ जब तक अपनेे शास्त्र को नहीं पढते है तब तक कुछ नहीं हो सकता और ये बात भगवा धारण करे स्वामी दयानन्द सरस्वती के आर्शीवाद पाकर कहता हूॅ या फिर भारतीय वैज्ञानिक राजीव दीक्षित केे द्वारा बताये गये विज्ञान के दम पर कहता हूॅ। कि काल को जानने वाले की रक्षा महाकाल करते हैं। इसको लेकर जिलाधिकारी कानपुर में ट्वीट पर पनकी के थाना प्रभारी के खिलाफ जांच कर रिपोर्ट की मांग की तो वहीं एडीजी जय नारायन सिंह ने वायरल हो रहे वीडियो की जांच करने के आदेश क्षेत्राधिकारी कल्याणपुर को दिए।
कानपुर मेें कल से स्थिति बिगडी हुई है पहले ही आपको बता दे कि कानपुर को औद्योगिक नगरी कहा जाता है जिसके कारण आज में कानपुर में मजदूर वर्ग बहुत है। कानपुर से लगातार खबर ये भी आती रही है कि कानपुर में लाॅॅॅक डाउन का पालन ठीक से नहीं हो रहा है इसका कारण यही बताया गया है कि रोज खाने कमाने वाला वर्ग कानपुर में बहुत सा दूसरे कई शहरो से आकर बसा है। बुधवार को दोपहर साढ़े तीन बजे मेडिकल टीम पुलिस के साथ उन सभी को क्वारंटीन करने के लिए लेने पहुंची। टीम जैसे ही सभी को लेकर निकल ही रही थी कि भीड़ ने हंगामा कर विरोध करना शुरू कर दिया। मेडिकल टीम को खदेड़ दिया। मेडिकल टीम के जाते ही सैकड़ों लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया, पथराव किया। पुलिसकर्मियों ने भागकर जान बचाई। एसपी पश्चिम डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि कल्याणपुर के मसवानपुर में एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित हुआ था। जानकारी जुटाने पर पता चला कि बजरिया के जुगियाना निवासी मरीज के परिवार के नौ लोग उसके संपर्क में रहे हैं। बजरिया क्षेत्र में पुलिसकर्मी पहले से ही मौजूद थे। उनकी गाड़ियां भी खड़ी थीं। बवाल हुआ तो पुलिसकर्मी वहां से भागे। इस दौरान कुछ उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ कर आगजनी का प्रयास किया। करीब बीस मिनट बाद भारी पुलिस और पीएसी बल पहुंचा तब आमने-सामने दोनों तरफ से पथराव हुआ। आखिर में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और पिस्टल तानकर भीड़ को दौड़ाया तब भीड़ छंटी। डीआईजी अनंत देव, एसपी पश्चिम समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है। उपद्रवियों की धरपकड़ पुलिस कर रही है। पथराव से गलियां पट गईं। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गई। तकरीबन एक घंटे तक बवाल चला। पुलिस को आशंका है कि उपद्रवियों ने पहले से ही बवाल की तैयारी कर रखी थी। यही वजह है कि चंद मिनट में सैकड़ों लोग बाहर निकल आए।
उपसम्पादक सुनील शुक्ल
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