सत्यम् लाइव, 8 अगस्त 2020, दिल्ली कोरोना महामारी के चलते लगभग 15 मार्च से दिल्ली के सभी स्कूल बंद है। और 23 मार्च से लाॅकडाउन के कारण पूरे भारत में स्कूल बंद है, वैसे लाॅकडाउन के कारण हर क्षेत्र प्रभावित हुआ है,जन समूह हर तरह से प्रभावित हो रहा है। लेकिन इस बीच अभिभावको को जो चिंता का विषय बना हुआ वह है अपने बच्चो कि पढाई को लेकर की स्कूल कब खुलेगेें? खुलेगेें भी की नहीं। वैसे तो इस कोरोना काल में कई बार स्कूल खोलने को लेकर खबरे आती रही है, और उस पर अमल में लोने के लिए कई बार प्रयास किया गया है। पर देश में बढ रहीे कोरोना संक्रमक के चलते इसे टालना पड़ा है। जैसे पहले मानव संसाधन मंत्री ने ऐलान किया था कि 15 अगस्त के बाद खुल सकते हैं स्कूल-काॅलेज। पोखरियाल निशंक जी ने एक इंटरव्यू में कहा था की , ‘‘15 अगस्त तक सभी परीक्षओं के परिणाम घोषित करने की कोशिश कर रहे हैं। उसके बाद ही स्कूलों को खोला जा सकता है। वहीं कुछ दिन पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि हमने पहले भी चुनौतियों का सामना किया है। इस बार पूरी दुनिया एक साथ इस चुनौतियों का सामना कर रही हैं। जल्द ही हम कोरोना के साथ रहना सिखेगें। धीरे-धीरे स्कूल भी खुलेंगे। अब हमें जरूरत है कि शिक्षा संबधी नए विचारों पर काम करें। क्योंकि लम्बे समय से एक किस्म का पैटर्न चल रहा है। अब हमें नए सिरे से विचार करने कि जरूरत है। मार्च में लाॅकडाउन लागू होने के बाद से स्कूल-काॅलेज बंद कर दिए गए। उनमें परीक्षाएं भी रोक दी गई। बोर्ड की बाकी परीक्षाऐं जुलाई में कराई जाएंगी और इसमें कुछ पर अमल भी हुआ पर स्कूल खोलने को लेकर सरकार सावधानियाँ बरत रही है। यही वजह है की समय को आगे बढाया जा रहा है लेकिन अब फिर केंद्र सरकार ने स्कूल खोलने का लेकर विचार कर रही है। प्राप्त सूचना के अनुसार केंद्र सरकार स्कूलों को सितम्बर से खोलने की योजना बना रही है। सरकार सितम्बर से नवम्बर के बीच चरणबद्ध तरीके से स्कूलों को खोलने पर विचार कर रही है। इसके तहत पहले 10वीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूूलों को खोला जाएगा। उसके बाद 6वीं से 9वीं तक के लिए स्कूलों को खोलने की योजना है। यानी पहले चरण में 10वीं से 12वीं के विद्यार्थियों के स्कूल बूलाया जाएगा अगर स्कूल में चार विभाग है, तो एक दिन में सिर्फ दो सेक्शन में पढ़ाई होगी ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बने रहें तो वहीं इसके अलावा स्कूल के समय को भी आधा कर दिया जाएगा। स्कूल समय को 5-6 घंटे से घटाकर 2-3 घंटे करने पर विचार चल रहा है। शुरूआत में स्कूल अपने 33 फीसदी स्कूल स्टाफ और छात्रों के साथ स्कूल में पढाई कराई जाने के निर्देश दिये जा सकते हैं।
सुनील शुक्ल
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