सत्यम् लाइव, 30 सितम्बर 2020, दिल्ली।। पुलिस और प्रशासन भारतीय रीति-रिवाज को किनारे करतेे हुए शायद किसी अन्जाने डर से रात्रि के लगभग 2.40 बजे अन्तिम संस्सकार कर दिया। उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद के चंदपा क्षेत्र के बुलगाड़ी में मृतक मनीषा का शव घर वालों को देने बजाये स्वयं अन्तिम संस्सकार करने पर परिजनों व ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। इतना ही नहीं मीडिया को भी पुलिस और प्रशासन के उपस्थिति कर्मचारियों ने कवरेज से रोक दिया गया और बदसलूकी की गई। सभी राजनैतिक पार्टियॉ जमकर विरोध प्रदर्शन कर अपनी रोटियॉ सेक रही हैं। उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली के कई क्षेत्रों में मोमबत्ती जलाकर न्याय की गुहार भी जनता ने लगाई है। सफदरजंग अस्पताल पर भी धरना प्रदर्शन किया गया। मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हो पायी है विपक्षी दलों के विरोध और मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन करते हुए आईजी पीयूष मोडिया ने बताया कि मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि नहीं हुई है। साथ ही ट्विटर पर मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन छापते हुए पुलिस ने कहा कि न जीभ काटी गई थी और न ही रीढ़ की हड्डी टूटी थी। जबकि जीभ की पुुष्टि फोटो तक में साफ दिख रही है।
सुनील शुक्ल
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