सत्यम् लाइव, 08 दिसम्बर, 2020, दिल्ली : आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सिंघु बाॅर्डर पर किसानों से मुलाकात कर भारत बंद का पूरी तरह से समर्थन करने के ऐलान के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल को केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने नजरबंद कर लिया है। पुलिस ने सीएम आवास के चारों पर बैरिकेटिंग कर दी है और किसी को भी उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है। सीएम से मिलने पहुंचे ‘आप’ विधायकों को पुलिस ने पीटा और मिलने नहीं दिया, जबकि आवास पर धरना दे रहे भाजपा नेताओं की पुलिस खातीरदारी कर रही है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार को डर है कि किसानों के भारत बंद में सीएम अरविंद केजरीवाल शामिल हो गए, तो उसके झूठ का पर्दाफाश हो जाएगा। इसीलिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने किसानों का आंदोलन चलने तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नजरबंद रखने के लिए दिल्ली पुलिस को आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि किसान पिछले 6 महीने से काले कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे, लेकिन केंद्र सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी। इसीलिए आज किसानों को दिल्ली आने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने सीएम अरविंद केजरीवाल को केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस द्वारा उनके आवास पर नजरबंद किए जाने पर प्रेसवार्ता कर दिल्ली व देश के लोगों से इसकी जानकारी साझा की। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि किसानों का आंदोलन जब से दिल्ली तक पहुंचा है, केंद्र सरकार काफी घबराई हुई है। केंद्र सरकार ने सोचा था कि लाखों किसानों को दिल्ली के स्टेडियमों में जेल बनाकर कैद कर लिया जाएगा, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह करने से मना कर दिया।
केंद्र सरकार के दवाब के बावजूद दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी। दिल्ली सरकार का मानना है कि किसान पिछले 6 महीने से अपने-अपने राज्यों में सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने इनकी बात नहीं सुनी। इसलिए आज इनको दिल्ली के तरफ आना पड़ा है, ताकि केंद्र सरकार इनकी बातों को सुने।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कल अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ किसानों से मिलने सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे थे। सीएम ने किसानों से कहा कि मैं एक सेवादार की तरह पूरी सरकार के साथ आपकी सेवा करूंगा। आपकी सहूलियतों की चिंता दिल्ली सरकार को है। जब से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिंघु बॉर्डर पर किसानों से मिल कर उन्हें समर्थन देकर आए हैं, तभी से केंद्र सरकार घमंड के कारण तनाव में है। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के इशारे पर दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के चुने हुए सीएम अरविंद केजरीवाल को अपने ही घर में चारों तरफ से बेरीकेटिंग कर नजरबंद कर दिया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से न कोई मिल सकता है और न वे बाहर आ सकते हैं।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हमारे विधायकों की कल बैठक थी। जब वे मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास पर गए, तो दिल्ली पुलिस ने हमारे विधायकों को पीटा। विधायकों को उठाकर सड़क पर फेंका गया। मुख्यमंत्री से जो कार्यकर्ता मिलने गए, उनको भी नहीं मिलने दिया गया। मुख्यमंत्री के दरवाजे पर भाजपा के नेताओं को बैठाकर उनकी खातीरदारी की जा रही है।
आवास के चारों तरफ बैरिकेटिग कर दी गई है, जिसके कारण कोई नहीं जा सकता है। यहां तक कि मेड भी मुख्यमंत्री के घर में नहीं जा पा रही है। केंद्र सरकार को यह डर सता रहा है कि भारत बंद में आज अगर दिल्ली का चुना हुआ मुख्यमंत्री किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हो गया, तो केंद्र सरकार के झूठ का पर्दाफाश हो जाएगा कि सब कुछ सही है और ठीक चल रहा है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के लोगों से जब बात की गई, तो पुलिस ने अपना नाम न बताने की शर्त पर बताया कि पुलिस कमिश्नर से भी आप बात करेंगे, तब भी कोई फायदा नहीं है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर को कल बताया गया था कि दिल्ली पुलिस ने चारों तरफ से मुख्यमंत्री के आवास को घेरा हुआ है। इस पर दिल्ली पुलिस के कमिश्नर ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं करने को लेकर अपनी असमर्थता जाहिर कर दी। दिल्ली पुलिस के अधिकारी बता रहे हैं कि एमएचए से सीधे आदेश आए हुए हैं कि जब तक किसानों का प्रदर्शन चल रहा है, सीएम अरविंद केजरीवाल को उनके घर में ही नजरबंद रखो। ऐसे में आज हमारे सारे साथी आईटीओ के ऑफिस में इकट्ठा हुए हैं।
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हम सब लोग यहां से अरविंद केजरीवाल जी के आवास की तरफ जाएंगे। दिल्ली पुलिस अगर रोकेगी तो हमारा कोई भी साथी पुलिस के साथ हिंसा की बात भी नहीं करेगा और न ही कोई अपशब्द कहेगा। मगर हम सब लोग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर जाकर मुख्यमंत्री जी को वहां से निकालेंगे। किसानों के प्रदर्शन के साथ हम अरविंद केजरीवाल को खड़े होना देखना चाहते हैं।
योगेश कुमार (संवाददाता)
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