शिक्षक अभिभावक का कथन- ऑनलाइन समस्याओं की जड़

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सत्यम् लाइव, 5 अप्रैल 2023, दिल्ली।। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार और आम आदमी पार्टी की शिक्षा मंत्री आतिशी के बीच एक बहस छिड़ी हुई है। कांग्रेस, बीजेपी कह रही है कि दिल्ली में 9वीं और 11वीं कक्षा के 96 प्रतिशत बच्चे फेल हुए हैं और दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी कह रही हैं कि ये सब झूठे आरोप हैं। बीजेपी स्वयं नफरत फैलाने वाली राजनीति कर रही है जबकि दिल्ली के पैरेन्टस प्राइवेट स्कूलों से नाम कटवाकर अपने बच्चों का एडमिशन सरकारी स्कूल में करा रहे हैं।

बहराल इन बहस के बीच, वैदिक शिक्षा केन्द्र के तथा अन्य शिक्षकगण और बच्चों के माता-पिता से बात करने का अवसर मिला। शिक्षक और बच्चों के माता-पिता एक स्वर में कह रहे हैं कि बच्चों की पढ़ाई अब बिल्कुल बन्द पड़ी है उसका कारण वायरस नहीं है बल्कि ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था है। शिक्षकगण का कहना है कि यदि बच्चों को मना करो कि मोबाईल मत देखो तो बच्चें अब मानते नहीं हैं और वो नजर बचाकर मोबाईल देखते हुए नजर आते हैं।

सत्तापक्ष पर दोष लगाते हुए शिक्षकगण और पैरेन्टस दोनों ही एक स्वर कह उठे हैं कि ऑनलाइन शिक्षा के कारण ही बच्चों की सोचने की क्षमता भी कम हुई है। वैसे इस बात को कई सारे वैज्ञानिक संस्थाओं ने भी कहा है परन्तु अपने हाथ से अपनी पीठ थपथपने वाली सरकारें एक बात नहीं सुनती है।

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कई बार समाचार पत्रों ने दिखाया कि बच्चों की ऑखे कमजोर हो रही हैं। मानसिक कई सारी बीमारियों का कारण सिर्फ मोबाईल ही है इन तथ्यों को राजनैतिक नेता भी स्वयं कहते हैं परन्तु अपनी बात को बदलकर कहते हुए अभी नजर आ रहे हैं। बीजेपी के ही नेताओं ने कहा कि राइटिंग स्किल कमजोर हो रही है परन्तु राजीव दीक्षित का ये तथ्य सत्य लगता है कि 98 प्रतिशत लोगों को आज भी अंग्रेजी नहीं आती है।

सुनील शुक्ल

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