सत्यम् लाइव, 26 दिसम्बर 2020, दिल्ली :जम्मू-कश्मीर (#Jammu and Kashmir) के कठुआ की रहने वाली पूजा देवी राज्य की पहली महिला बस ड्राइवर बन गईं हैं. वो जम्मू-कठुआ रोड (#Root) पर यात्री बस चलाती हैं. बता दें जम्मू -कश्मीर में उनसे पहले किसी महिला ने आज तक यात्री बस नहीं चलाई थी. मूल रूप से एक ड्राइविंग ट्रेनर पूजा देवी ने पेशेवर ड्राइवर बनने के अपने जुनून के कारण इस पेशे को अपनाया. महिला ड्राइवर पूजा को हर पड़ाव पर कठुआ से जम्मू वापसी और जाने के क्रम में लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही हैं और लोग उनके हौसले की तारीफ कर रहे हैं|
कठुआ जिले के सुदूर संधार-बसोहली गांव में पली-बढ़ी 30 साल की पूजा ने कहा कि उसे ड्राइविंग का शौक था और वो तब से कार चला रही थीं जब एक टीनएजर थीं. उसके मन में भारी वाहन चलाने की इच्छा शुरुआती से ही थी और वो सपना अब जाकर पूरा हुआ |
मेरे परिवार ने शुरू में मेरा साथ नहीं दिया. लेकिन, कोई अन्य नौकरी करने के लिए मैं ज्यादा पढ़ी लिखी नहीं थी. यह पेशा मुझे सूट करता है. मैं कमर्शियल वाहन चलाना सिखाती थी, मैं टैक्सी भी चला चुकी हूं. मैं जम्मू में ट्रक भी चला चुकी हूं. मेरा सपना आखिरकार सच हो गया है, पूजा अपने छोटे बेटे को बस में ही ड्राइवर सीट के पीछे बैठाकर बस चला रही थीं. उनकी बेटी दसवीं कक्षा की छात्रा है|
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बस ड्राइवर बनने के फैसले पर उन्हें अपने ही परिवार में विरोध भी झेलना पड़ा. पूजा ने कहा, परिवार के सदस्य और ससुराल वाले पेशे के खिलाफ थे, पूजा देवी ने बताया कि उसने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के विरोध के बावजूद पेशेवर ड्राइवर बनने के अपने सपने को आगे बढ़ाने का फैसला किया|
पूजा ने इस प्रोफेशनल ड्राइवर बनने के फैसले को लेकर कहा कि आज महिलाएं फाइटर जेट्स उड़ा रही हैं. मैं टैबू को तोड़ना चाहती थी कि केवल पुरुष ही नहीं बल्कि महिला भी यात्री बस चला सकती है. मैं उन सभी महिलाओं को संदेश देना चाहती थी, जो चुनौतीपूर्ण नौकरियों में अपना हाथ आजमाना चाहती हैं और परिवार उन्हें अपने सपनों को पूरा नहीं करने देते हैं|
हिमांशु कुमार (संवाददाता)
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