
सत्यम् लाइव, 9 मई 2020, दिल्ली।। भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाक़ों में सर्दियों के मौसम में आने वाले ऐसे तूफान को कहते हैं जो वायुमण्डल की ऊँची तहों में भूमध्य सागर, अन्ध महासागर और कैस्पियन सागर से नमी लाकर उसे अचानक वर्षा और बर्फ के रूप में उत्तर भारत, पाकिस्तान व नेपाल में गिरा देता है उत्तर भारत में रबी की फसल के लियेे, आवश्यक है परन्तु इस बार ये ही नुकसानदायक बन चुका है। पश्चिमी विक्षोभ के आगमन ने पूरे ही देश का मौसम बदल दिया है। भारत केे कई स्थलों पर आज अधिकतम और न्यूनतम तापमान में, लगभग 18 से 20 डिग्री का अन्तर पाया जा रहा है। भारत के छत्तीसगढ, बिहार, झारखण्ड, असम , मेघालय, अरूणाचल प्रदेश, नागालैण्ड, केरल, कर्नाटक के तटीय भाग, अंडमान और निकोबार तक भारी बारिश हो चुकी है साथ ही गरज के साथ बिजली चमकी है तथा ओले भी बहुत बडे क्षेत्र में गिरे हैं। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान के भी बहुत बडे क्षेत्र में बारिश हो चुकी है। गुजराज, पश्चिमी राजस्थान में गर्मी के साथ मौसम ने अपना खेल खेला है। लू के इस क्षेत्र में भी, लू केे साथ बीच बीच में ठंडी हवा भी अपना दस्तक देे रही है। अब अगले एक सप्ताह का अनुमान है कि बारिश तो हो सकती है परन्तु गर्मी अपना रूप धारण करती हुई नजर आयेगी और मौसम में का उतार-चढाव वो 24 घंटे के अन्दर में कई बार भी हो सकता है जैसा कि पिछले दिनों झारखण्ड में हुआ लगातार दो दिन तक 2-2 घंटे मेें मौसम बदल जाता था। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा के बहुत बडे क्षेत्र में, तापमान बढेगा साथ ही चार दिनों कुछ बारिश का अनुमान है ये बारिश अपना विकराल रूप भी धारण कर सकती है। राजस्थान के इन जिलों में चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर, जालौर, सीकर, जयपुर, दौसा, धौलपुर, सवाईमाधोपुर, करौली, बारां, भरतपुर, अजमेर, अलवर, पाली, कोटा, बूंदी में अलर्ट जारी किया है। जबकि कई क्षेत्रों में तापमान 40 से 42 डिग्री तक रह सकता है। उत्तराखण्ड के कोरिया, सरगुजा, बलरामपुर, सूरजपुर, जशपुर, मुंगेली, बिलासपुर, कोरबा, कबीरधाम, बेमेतरा, जांजगीर, रायगढ, राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, बालौदाबाजार, महासमुंद, गरियाबंद, कांकेर जिलों में तेज बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं।
पत्रकार मंसूर आलम
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