सत्यम् लाइव, 18 मई 2020, दिल्ली।। डब्ल्यूएचओ ने सावधान किया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए खुली जगहों पर कीटाणु नाशक का छिड़काव नहीं करना चाहिए, इससे कोरोना वायरस पर कोई प्रभाव नहीं होगा, बल्कि यह लोगों की सेहत के लिए हानि कारक हो सकता है। कई जगह खुले में और लोगों पर कीटाणु नाशकों का छिड़काव करने के मामले देश में पिछलें दिनों सामने आए है। डब्ल्यूएचओ संघटन का कहना है कि गलियों व बाजारो में डिस इन्फेक्टेंट स्प्रे या फ्यूमिगेशन करने से कोई फायदा नहीं है क्योंकि वह धूल व गंदगी की वजह से निष्क्रिय हो जाते हैं। किसी व्यक्ति पर अगर सीधे स्प्रेकर दिया जाए तो उसे गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, WHO का कहना है कि मानव शरीर पर डिसइन्फेक्टेंट का स्प्रे नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे शारीरिक और मानसिक नुकसान होने की संभावना होती है। भारत की प्रकृति के अनुसार विशेष रूप से कुछ खबर ऐसी आने लगी है कि जिसने लगातार सेनेटाइजर का प्रयोग किया उसके हाथ में दाने या फिर हाथ की खाल निकलने लगी है। WHO का कहा है कि खुले में सेनेटाइजर को छिडकना का कोई लाभ नहीं निकलता है। इसके लिये पहले ही सत्यम् लाइव के माध्यम से आपको बताया जा चुका है कि भारत में सूर्य ही हमारा रक्षक है और सूर्य अपनी गर्मी से जन्म लेने वाले कीटाणु को मार देता है। इससे भी बढकर भारतीय शास्त्रों में कहा गया है कि अगस्त तारा के उदय होते ही सारे कीटाणुओं का नाश हो जाता है और उत्तरायण काल में शेष सभी कीटाणु को सूर्य का ताप समाप्त कर देता है। वो भी चैत्र के मास में तो सूर्य 0 डिग्री पर आ जाता है और वैशाख माह के, जेष्ठ मास में, तो सूर्य पृृृृृथ्वी के करीब होता है जिससे सूर्य के ताप से, सम्पूर्ण पृथ्वी के कीटाणुओं काेे नाश कर देता है। दूसरी तरफ भारत अगले महीने विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ के कार्यकारी समिति का चेयरमैन बनेगा। डब्ल्यूएचओ की 73वीं सलाना बैठक में इस फैसले को मंजूरी दी जाएगी। यह बैठक सोमवार और मंगलवार को होगी। इसके बाद 22 मई 2020 को कार्यकारी समिति की बैठक होगी। WHO के कार्यकारी बोर्ड पर चीन के बजाय भारत का कब्जा हो सकता है और इसके लिए वीटो पॉवर अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने समर्थन किया है।
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पत्रकार मंसूर आलम