सत्यम् लाइव, 27 फरवरी 2020, भारत पहले ही एक समझौता रूस के साथ ऊर्जा के क्षेत्र में कर चुका है अब दूसरा समझौता तो पहले ही अमेरिका के साथ हाेे चुका था अब यहॉ पर वार्त्ता को औपारिक रूप देना शेष रह गया था। उस पर पारस्परिक निवेश को बढाने पर सहमति जताई गयी है। अमेरिका से तेल व गैस का आयात बढाने के अलावा अब भारत कोयले की खरीद भी करेगा। अमेरिकी कम्पनी एक्सॉन मोबील भारत के गैस पाइपलाइन से अछूते क्षेत्रोें में गैस पहुॅॅचाने में इंडियन ऑयल की मदद करेगी। भारतीय कम्पनी अमेरिका के ऊर्जा के क्षेत्र को और बढायेगी।
ऊर्जा क्षेत्र में जो समझौते पहले ही पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान जी ने किये थे उसके बारे में आगे ट्वीट करते हुए कहा, ”हमने दोनों देशों के बीच ऊर्जा क्षेत्र में चल रही रणनीतिक भागीदारी की समीक्षा की तथा इसे अगले स्तर पर ले जाने पर सहमत हुए।” पिछले भाषण में कहा था कि इस वर्ष अमेरिका से साझेदारी बढकर 10 अरब डॉलर तक पहुॅच सकता है। दूसरी ओर ब्रुलेट ने भी ट्वीट किया ‘बैठक बहुत ठीक रही उम्मीद है कि अब तक हमने जो अब तक प्रगति की है उसे आगे बढाने में सफल होगें। गैस ग्रिड से अछूतेे रह गए क्षेत्रों में वर्चुअल गैस पाइपलाइन नेटवर्क बिछाया जायेगा। भारत अमेरिका से सात अरब डॉलर का आयात करता था जो अब बढकर नौ अरब डॉलर पहुॅच जायेगा। दैनिक खरीद की 10 गुना बढी कीमत ढाई अरब डॉलर पर है। नवीनतम समझौते के बाद कोयले की खरीद भी शीघ्र ही प्रारम्भ की जायेगी।
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