सत्यम् लाइव, 26 मई 2021, दिल्ली।। कोरोना काल में बदला पेपर का पैटर्न, ओएमआर शीट पर वैकल्पिक और छोटे प्रश्नों का विकल्प संभव इस कारोना काल ने शिक्षा को पूरी तरह से बदल दिया है। पिछले साल से जब से भारत में कोरोना ने अपने पैर पसारे है तब से भारत की शिक्षा व्यवस्था मूल रूप से अव्यवस्थित हो चुकी है।
अभिभावक अपने बच्चो की शिक्षा को लेकर बड़े चिंचित है। इस कोरोना काल में बच्चों की शिक्षा सुचारू रूप से चलती रहे उसके लिए सरकार ने ऑनलाइन कक्षा को शुरू किया पर दिन प्रतिदिन फोन पर अधिक समय व्यतित करने से बच्चों में कई प्रकार से समस्या हो रही है तो वहीं पिछले दिनों हुई मीटिंग शिक्षा के ऊपर जिसमें लगभग सभी राज्यों ने 12वीं की परीक्षा को लेकर हामी भरी है जिसमें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री 12वीं के परीक्षा के खिलाफ है उनका कहना है की जब जक बच्चों को वैक्सिन ना लग जाए तब तक परीक्षा करवाना बहुम बड़ी गलती होगी।
वहीं सीबीएसई बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा में पारंपरिक आंसर-शीट की बजाय ओएमआर शीट पर उत्तर लिखने का विकल्प देने जा रहा है। ओएमआर शीट में छात्रों को वैकल्पिक प्रश्न और छोटे प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। इस ओएमआर शीट पर छात्र सही उत्तर के आगे पेन अथवा पेेंसिल से टिक कर सकेंगे। इसमें खास बात है की ठात्र को अपने ही स्कूल में परीक्षा देने को मौका मिलेगा और साथ ही उसी स्कूल में आंसर काॅपी जांची जाएगी। हालांकि , इस योजना के तहत परीक्षा आयोजित करने पर अभी अंतिम फैसला होना बाकी है।
सूत्रों के मुताबिक, अभी दो प्रस्ताव तैयार किए गए थे। कोराना संक्रमण के चलते बोर्ड अपने दूसरे प्रस्ताव के तहत ही परीक्षा आयोजित करना चाहता है। इसमें 45 दिन में पूरी परीक्षा आयोजित हो जाएगी। जिन राज्यों में संक्रमण दर कम है, वहां पहले चरण के तहत 15 से 30 जुलाई तक परीक्षा आयोजित होगी। जबकि जहां पर संक्रमण दर अधिक और यदि कोई छात्र कोरोना के चलते परीक्षा देने की स्थिति में नही होगा, उसे दूसरे चरण यानी अगस्त के पहले सप्ताह से तीसरे सप्ताह तक चलने वाली परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा।
मंसूर आलम
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