सत्यम् लाइव, 8 जुलाई 2020 दिल्ली।। एक तरफ अमेरिका ने कोरोना महामारी के बीच डब्ल्यूएचओ से आधिकारिक तौर पर अलग हो जाने की खबर आ रही है तो दूसरी तरफ इसी वर्ष नवंबर में होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में, डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार बाइडेन ने कहा कि राष्ट्रपति बनते ही फ़ैसले को समाप्त कर देगें। बाइडेन ने ट्वीट में लिखा है – राष्ट्रपति बनने के पहले ही दिन, मैं विश्व स्वास्थ्य संगठन का फिर से सदस्य बन जाउंगा और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपना नेतृत्व बहाल करूंगा। उन्होंने कहा कि महामारी के बीच ट्रंप का यह निर्णय अमेरिका को अलग-थलग कर देगा। उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ पर आरोप लगाते हुए कहा था कि यह संगठन अब पूरी तरह से चीन के नियंत्रण में कार्यरत है और इसी कारण सेे अमेरिका इससे अपना नाता तोड रहा है।
पिछले दिनों ट्रंप ने कहा था कि चीन डब्ल्यूएचओ को कम पैसे देने के बावजूद अपने नियंत्रण में रखता है, जबकि अमेरिका एक साल में, डब्ल्यूएचओ को करीब 40 करोड़ डॉलर का अनुदान करता है। इतनी बडी रकम देकर दुनिया में कोई नहीं देता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन में सबसे ज़्यादा आर्थिक योगदान अमेरिका ही देता है। 2019 में, संगठन को 40 करोड़ डॉलर दिये थे।