सत्यम् लाइव, 1 अक्टूबर 2020, दिल्ली।। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़िता के पिता से बात करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया और प्रशासन को हर संभव मदद के लिये कहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार को 25 लाख की सहायता राशि देने का ऐलान किया। सीएम योगी ने कहा कि परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। सरकार परिवार को एक घर भी आवंटित करेगी। वहीं, हाथरस केस में जांच के लिए एसआईटी का गठन हो गया है। सीएम आदित्यनाथ के आदेश के बाद गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी टीम मामले की जांच करेगी। एसआईटी में दलित और महिला अधिकारी भी शामिल हैं। गृह सचिव भगवान स्वरूप, डीआईजी चंद्र प्रकाश और सेनानायक पीएसी आगरा पूनम एसआईटी के सदस्य होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाने के निर्देश भी दिए हैं। कोरोना के लिये यदि कोई कहे कि कोरोना वायरस भारत मेंं नहीं आ सकता है तो उस पर रासूका लगवाने वाले भगवान शंकर कर अनन्य भक्त आज समाज के अपराधिक मामलों को नजर अन्दाज करके बैठे हुए दिख रहे हैं। उत्तर प्रदेश में बढता हुये अपराधिक मामला में आज कहॉ तक टीम का गठन किया जायेगा और किसे उस टीम में रखा जायेगा जबकि 1947 के बाद न जानें कितने को न्याय आज तक नहीं मिल पाया है और ये बात स्वयं योगी साहब को ज्ञात है क्योंकि कई बार संसद में खडे होकर योगी साहब ने समाज के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि भारत में बहुत अन्याय हो रहा है। परन्तु अब ऐसा लगता है कि ये कहने वाले सभी बीजेपी या अन्य पार्टी के नेता आज तक इस बात तक नहींं पहुॅच सके कि ऐसा क्यों हो रहा है? और यही कारण है कि पिश्चिमी सभ्यता को परोसने में लगे नेता आज तक भारतीय संस्कृति और सभ्यता आ आधार नहीं समझ पाये हैं।
सुनील शुक्ल
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