सत्यम् लाइव, 15 दिसम्बर 2020, दिल्ली : आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री आवास पर धरना दे रहे भाजपा नेता हताश हो चुके हैं। अब भाजपा वाले कर्मचारी यूनियन को अपने साथ धरने पर बैठने की शर्त पर तीन महीने की रूकी सैलरी को देने के लिए ब्लैकमेल कर रहे हैं। दिल्ली वालों के ध्यान नहीं देने से धरने पर बैठे एमसीडी के तीनों मेयर और भाजपा वाले हताश हो गए हैं और उनका ध्यान खींचने के लिए घटिया स्तर की राजनीति पर उतर आए हैं।
उन्होंने कहा कि नाॅर्थ एमसीडी में हुए 2500 करोड़ रुपए के घोटाले की होर्डिंग्स लगने से भाजपा घबरा गई है। एमसीडी के कर्मचारी उस होर्र्डिंग्स को फाड़ रहे हैं और पेड होर्डिंग्स लगाने वालों को नोटिस दिया जा रहा है। भाजपा वाले इस गलतफहमी में है कि होर्डिंग्स फाड़ने से इनके घोटाले का दिल्ली वालों को पता नहीं चलेगा। आम आदमी पार्टी घर-घर जाकर भाजपा के घोटाले के बारे में बताएगी।
आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में हुई प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एमसीडी की नाकामियों को छुपाने के लिए भाजपा के तीनों मेयर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के घर के बाहर, ताज होटल के शाही पनीर और बटर नान खाते हुए अपना समय बिता रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता को भाजपा के मेयरों के इस ढोंग से कतई फर्क नहीं पड़ता कि वह अपने घर में बैठे हैं या मुख्यमंत्री के घर के बाहर ड्रामा कर रहे हैं। क्योंकि भाजपा के इन मेयरों ने न तो पहले कभी काम किया है और न ही आज काम कर रहे हैं। इतना सब ड्रामा करने के बावजूद भी दिल्ली के लोग इनको गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, तो भारतीय जनता पार्टी नीच स्तर की राजनीति पर उतर आई है।
उन्होंने बताया कि कल भारतीय जनता पार्टी के एक बहुत बड़े नेता ने सफाई कर्मचारी संगठन के प्रधानों को अपने घर पर एक बैठक के लिए आमंत्रित किया। बैठक में उन तमाम पदाधिकारियों को धमकाया गया, उनसे कहा गया कि सफाई कर्मचारियों का वेतन तब तक नहीं दिया जाएगा, जब तक कि आप सब लोग दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर के बाहर मेयरों के साथ धरने पर नहीं बैठोगे। दिल्ली हाईकोर्ट के सन 2016 के दो अलग-अलग आदेशों की प्रति मीडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया, कि भाजपा की यह नौटंकी कई सालों से इसी प्रकार चल रही है।
जब कभी भी भाजपा को अपनी विफलताओं से जनता का ध्यान हटाना होता है, तो इसी प्रकार से सफाई कर्मचारियों का वेतन रोक लिया जाता है और फिर उन्हें हड़ताल करने के लिए, दिल्ली की जनता को परेशान करने के लिए, गंदगी फैलाने के लिए और दिल्ली को पूरे देश में बदनाम करने के लिए विवश किया जाता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने आदेश में साफ तौर पर कहा है कि हर महीने की 10 तारीख को सफाई कर्मचारियों की पिछले महीने की बकाया तनख्वाह उनको दी जाएगी और साथ ही साथ हाईकोर्ट में बताया जाएगा कि सफाई कर्मचारियों का वेतन दे दिया गया है और यदि ऐसा नहीं किया गया तो नगर निगम के खिलाफ कोर्ट के आदेश की अवमानना करने का मुकदमा चलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों की तनख्वाह हर महीने की लगभग 15 तारीख को दे दी जाती है। परंतु कोर्ट के आदेश के बावजूद भी इस बेशर्म और भ्रष्ट भाजपा ने सफाई कर्मचारियों का 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक का वेतन तथा 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक का वेतन और 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक यानी कि 3 महीने का वेतन सफाई कर्मचारियों को अब तक नहीं दिया गया है। पिछले 3 महीने से सफाई कर्मचारियों की तनख्वाह रोक कर अब उन्हें भाजपा के द्वारा ब्लैकमेल किया जा रहा है कि यदि आप हमारे साथ मुख्यमंत्री के घर के बाहर धरना प्रदर्शन करोगे तो आपका वेतन दिया जाएगा अन्यथा नहीं दिया जाएगा। इतने घटिया स्तर की राजनीति पर आज भाजपा उतर आई है।
भाजपा के भ्रष्टाचार से जुड़े एक अन्य महत्वपूर्ण बिंदु पर पत्रकारों के साथ जानकारी साझा करते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया कि जिन लोगों पर नगर निगम का करोड़ों रुपए बकाया है, भाजपा शासित नगर निगम उन लोगों से अपना बकाया वसूल नहीं कर रही है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा शासित नगर निगम ने लगभग डेढ़ साल पहले ओमेक्स बिल्डर को गांधी मैदान की जमीन 300 करोड़ रुपए में बेची। ओमेक्स बिल्डर ने उस जमीन पर दुकानें बनाकर बेचना भी शुरू कर दिया है, परंतु भाजपा शासित नगर निगम ने अभी तक ओमेक्स बिल्डर से संपूर्ण राशि वसूल नहीं की है।
इसी प्रकार से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से भाजपा शासित नगर निगम को कई करोड़ रूपया किराया लेना है, वह भी अभी तक भाजपा शासित नगर निगम ने नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो जो करोड़ों रुपए का बकाया अलग-अलग लोगों पर और संस्थानों पर है, नगर निगम जानबूझ कर उसे वसूल नहीं कर रही है और दूसरी तरफ उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 2500 करोड़ रुपए का घोटाला किया गया। यह सब एक साजिश के तहत किया गया है, ताकि उत्तरी दिल्ली नगर निगम में पैसों की कमी दिखाकर सफाई कर्मचारियों का वेतन रोका जा सके, और दिल्ली की जनता का ध्यान भाजपा शासित नगर निगम की विफलताओं से हटाया जा सके।
2500 करोड रुपए के घोटाले पर भाजपा की बौखलाहट की चर्चा करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अब जब दिल्ली की जनता ने भाजपा वालों से नगर निगम में हुए इस 2500 करोड रुपए के घोटाले पर सवाल करना शुरू कर दिया है, जगह-जगह भाजपा के खिलाफ होर्डिंग लगना शुरू हो गए, तो जबरदस्ती भाजपा शासित नगर निगम के कर्मचारी हर जगह से उन होर्डिंग को उतार रहे हैं। इस संबंध में सौरभ भारद्वाज ने पत्रकारों के समक्ष कुछ चित्र और वीडियो साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत भी किए। यही नहीं जिस जिस वेंडर्स ने पेड़ होर्डिंग लगाए हैं|
नगर निगम की ओर से उनको धमकाने के लिए लीगल नोटिस भेजा जा रहा है, उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस बात का जवाब दे कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ आप पूरी दिल्ली में आधारहीन मांग को लेकर पोस्टर और होर्डिंग लगाते हैं, तो वह आपके लिए कानूनी है। परंतु यदि दिल्ली की जनता भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम में हुए 2500 करोड रुपए के घोटाले पर आपसे जवाब मांगती है, तो आप उनको कानूनी कार्यवाही करने की धमकी देते हो।
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सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मैं भाजपा वालों को चेतावनी देना चाहता हूं कि पिछली बार आपने अपने पुराने सभी निगम पार्षदों के टिकट काटकर और दिल्ली की जनता से माफी मांग कर, नए चेहरों को चुनाव में उतारकर दिल्ली की जनता को एक बार बेवकूफ बना लिया। परंतु आपके नए चेहरों ने पुराने वालों के भ्रष्टाचार को भी आज इतना पीछे छोड़ दिया है कि दिल्ली की जनता अब भाजपा को नगर निगम से बाहर निकाल फेंकने का मन बना चुकी है।
यदि दिल्ली में लगे इन पोस्टर और होर्डिंग को फाड़ कर आपको लगता है, कि आपके 2500 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार की सच्चाई दिल्ली की जनता तक नहीं पहुंचेगी, तो मैं आपको बता देना चाहता हूं कि आम आदमी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता घर घर जाकर भाजपा के इस भ्रष्टाचार के बारे में दिल्ली की जनता को बताएगा।
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