सत्यम् लाइव, 4 मई 2020, दिल्ली।। इस वर्ष का पहला चन्द्र ग्रहण 10 जनवरी 2020 को पडा था और दूसरा चन्द्र ग्रहण 5 जून 2020 को होने वाला है ये चन्द्र ग्रहण एशिया, यूरोप, ऑस्ट्र्रेलिया और अफ्रीका में दिखाई देगा। चन्द्रग्रहण जब लगता है तब सूर्य, चन्द्रमा और पृृृृृथ्वी एक ही सीध में होते हैं। 5 जून को होने वाला चन्द्र ग्रहण उपछाया चन्द्रग्रहण होगा। 05 जून यानि शुक्रवार को रात में ज्योतिष गणना के अनुसार, रात्रि 11.15 बजे से शुरू होगा और अर्द्धरात्रि के बाद 06 जून 02.34 बजे तक रहेगा। यह चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठ नक्षत्र में लग रहा है। इस दौरान एक अशुभ समय की शुरुआत होगी, जिस समय विशेष रूप से बचने की जरूरत है. इसकी शुरुआत चंद्र ग्रहण के करीब नौ घंटे पूर्व ही शुरू हो जाएगा और ग्रहण के समाप्ति के साथ ही रात 2 बजकर 32 मीनट पर सूतक काल भी समाप्त होगा. ऐसे में इस ग्रहण के दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा. यह ग्रहण उपछाया होने के कारण भारत के किसी भी राज्य में इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह चंद्र ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और अफ्रीका में दिखाई देगा। इस चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 18 मिनट होगी। चंद्र ग्रहण 5 जून को रात 11.15 बजे से शुरू होकर रात्रि 12.54 बजे सबसे ज्यादा असर दिखाई देगा और 06 जून 02.34 बजे समाप्त हो जाएगा। चंद्र ग्रहण को सीधे तौर पर देखना, आपकी आंखों को किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाता।
पत्रकार मंसूर आलम
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