अचानक बढता और घटता तापमान, आपको बीमार कर सकता है अत: अपने स्वस्थ का पहले ध्यान रखें। ये परीक्षा ज्यादा घातक होगी, अपेक्षा उसके जो आपने अभी तक परीक्षा दी है।
सत्यम् लाइव, 13 मई 2020, दिल्ली।। मानसून को लेकर इस बार सबकी चिन्ता न के बराबर है बल्कि इस बार इसका ठीक उल्टा है। नोवेल कोरोना के कारण 1897 के लॉकडाउन अधिनियम के तहत पूरा देश अचानक रात्रि 8 बजे बताकर, रात्रि 12 बजे से लॉकडाउन कर दिया जाता है और ये भी नहीं सोचा जाता कि आज रात्रि में जो व्यक्ति अपने घर से 10 किलोमीटर की दूरी पर भी होगा तो वो कल सुबह कैसे लौटेगा और उसके साथ ही जो गरीब आदमी है जिसने कल सुबह के लिये कुछ ऐसा माल बेचने को ला रहा है कि जो जल्द ही खराब हो जाता है उसका क्या होगा ये समस्या अभी पूरी तरह से निपटी नहीं थी इस बार भारत में माैसम भी अपने काम में पहले से ही लग गया है जब कि अभी मानसून नहीं आया है और आ भी रहा है लगभग 15 दिन पहले। अभी तो ये सिर्फ अगडाई है, अभी आगे और लडाई है। पहले नोवेल कोरोना पर भारत सरकार के नियमों ने और अब दुनिया की सरकार ने, पूरी बाजार के हालात खराब कर दिये हैं विशेषतया ये बात उनके लियेे सत्य है जिनका ये मौसम था, वैसे ये कमाई का मौसम सभी का था क्योंकि ये समय भी नोट बन्दी की तरह मांगलिक कार्यक्रम का था और भारत में आज जिसको अन्धविश्वास कहा जाता है सच में, वो ही तो भारत की पूरी अर्थव्यवस्था को चलाने का काम करती है। ये मांगलिक कार्यक्रम में इतने सारे व्यक्तियों का निमंत्रण और फिर उनके खाने पीने का खर्चा, उठाना साथ में विवाहित वर कन्या को वरदान स्वरूप आये हुए अतिथि के द्वारा, उपहार देना और फिर नव-विवाहित को अपना परिवार चलाने के उसकी गृहस्थी का सामान देना। ये सब सामाजिक रीतियॉ ही, भारतीय अर्थव्यवस्था का स्तम्भ है। इस बार नोवेल कोरोना के साथ ही मौसम ने, इसी पूरी बाजार पर रूक लगा दी है और इस वर्ष बारिश ऐसेेे ही होने वाली है कि झाणखण्ड में दो घन्टे के अन्दर मौसम में गर्मी सर्दी का लोगों ने ऐहसास किया तो फिर भला गर्मी का सामान पंखा, कूलर, फ्रिज की बाजार तो और भी ठण्डी होनी ही थी। ये बरसात चलने भी वाली ऐसी ही है क्योंकि फिर मानसून पहले आ जायेगा तो मौसम ही समाप्त पर इससे बढने वाली बीमारी के बारे में, अब अवशय ही सचेत रहना होगा। मौसम की मार को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे इस बार भारत सरकार की मार से ज्यादा ऊपर वाले की सरकार अपना काम करने को तैयार है। वैसे अब पूरे चार माह तक तापमान थोडी देर में बढता घटता रहेगा। अत: आप सब अब अवश्य ही सतर्क रहें। राजस्थान के चूरू मेें कल का तापमान 45.5 डिग्री था और आज बारिश होने के पूरे अनुमान हैं। हालांकि राजस्थान के जिलों में अब तापमान में बहुत तेज़ी से वृद्धि नहीं होगी क्योंकि राज्य के कुछ हिस्सों पर अगले दो-तीन दिनों के दौरान रुक-रुक कर आँधी चलने और बारिश होने की संभावना है। अनुमान है कि उत्तरी और पूर्वी राजस्थान के जिलों में भी बारिश होगी। अब चार माह नयी परीक्षा है भारत के वासी की।
उपसम्पादक सुनील शुक्ल
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