अगर आप सोचते हैं कि आपके बैंक अकाउंट में जमा हर एक रुपया पूरी तरह सुरक्षित है, तो यह खबर आपको चौंका सकती है। देश में करोड़ों लोग अपने सेविंग अकाउंट, एफडी या आरडी को सबसे सुरक्षित निवेश मानते हैं—but what if we told you, ऐसा नहीं है?
₹5 लाख तक ही है सुरक्षा की गारंटी
साल 2020 में केंद्र सरकार ने डिपॉजिट इंश्योरेंस की सीमा को ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दिया था। इसका मतलब ये है कि अगर आपका बैंक कभी डूब जाए या दिवालिया घोषित हो जाए, तो DICGC (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) सिर्फ ₹5 लाख तक की जमा राशि की गारंटी देता है।
किन खातों पर लागू होता है ये बीमा?
- सेविंग अकाउंट
- करंट अकाउंट
- फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)
- रिकरिंग डिपॉजिट (RD)
ये सभी खाताधारकों को ₹5 लाख तक की सुरक्षा प्रदान करते हैं—वो भी प्रति व्यक्ति, प्रति बैंक के आधार पर। यानी एक ही बैंक में चाहे आपके 10 लाख जमा हों, बीमा सिर्फ ₹5 लाख पर मिलेगा।
पैसा मिलेगा कब और कैसे?
यदि कोई बैंक बंद हो जाता है या वित्तीय संकट में आ जाता है, तो DICGC नियमों के अनुसार खाताधारकों को 90 दिनों के अंदर उनकी बीमित राशि मिल जाती है।
क्या करें ताकि आपका पूरा पैसा सुरक्षित रहे?
1. ₹5 लाख से ज़्यादा की राशि हो तो उसे अलग-अलग बैंकों में वितरित करें।
2. मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड वाले बैंकों को प्राथमिकता दें।
3. बैंक में निवेश के साथ-साथ अन्य सुरक्षित विकल्पों जैसे म्यूचुअल फंड्स या सरकारी बांड्स पर भी विचार करें।