सत्यम् लाइव, 13 फरवरी 2021, दिल्ली।। अभी उत्तराचंल से नजर हट नही पायी थी कि पिछले दो दिन से लगातार भूकम्प केे झटके महसूस किये जा रहे हैं एक दिन पहले पाकिस्तान को ही केन्द्र बनाकर जो भूकम्प आया वो भारत के राजस्थान प्रदेश के शहर बीकानेर में शुक्रवार सुबह आठ बजकर एक मिनट पर आए भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 मापी गई है। सुबह-सुबह भूकंप के झटके आने से लोग परेशान हो गए थे।
अब उत्तर भारत में शुक्रवार की ही रात्रि भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रात 10.31 बजे आए भूकंप से दिल्ली एनसीआर तक थर्रा उठा। इस भूकंप का असर हरियाणा, राजस्थान, जम्मू कशमीर, उत्तर प्रदेश तक महूसस किया गया है अब सब कह रहे हैं कि प्रकृति के िविरोध में हो रहे विकास का ये परिणाम है। अभी तक कोई विशेष खबर सामने नहीं आयी है जबकि कुछ क्षेत्रो से इमारतों में दरार पडने की खबर चित्र सहित अवश्य आ रहे हैं। कितना नुकसान हुआ इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। 6.0 से 6.9 रिक्टर का भूकम्प इमारतों को गिरा भी सकता है।भूकम्प के रिक्टर पर एक नजर डालें कि किस पैमाने का भूकम्प क्या कर सकता है-
- 0 से 1.9 रिक्टर पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है।
- 2 से 2.9 रिक्टर पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है।
- 3 से 3.9 रिक्टर पर भूकंप आने पर कोई बडी गाडी नजदीक से गुजरे ऐसा ऐहसास होता है।
- 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूटटी हैं।
- 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है।
- 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है। इमारतों के गिरने का डर हो जाता है।
- 7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं। पाइप लाइन फट जाती है।
- 8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों सहित बड़े सब कुछ तबाह हो जाता है।
सुनील शुक्ल
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