सत्यम् लाइव, 11 अगस्त 2021, दिल्ली।। उत्तर प्रदेश में बाढ़ के हालात लगातार नाजुक होते जा रहे हैं वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, उन्नाव, हमीरपुर, चित्रकूट, बांदा सहित लगभग पूरे ही प्रदेश में गंगा, जमुना सहित सभी नदियों ने ताण्डव कर रखा है। अब तक की प्राप्त सूचना के अनुसार लगभग 1 लाख लोग प्रभावित हैं। गंगा और यमुना नदी ने तो ऐसा विकराल रूप धारण किया है कि हजारों मकान डूब या ढह गये हैं। प्रयागराज, वाराणसी या हमीरपुर जैसे इलाकों में पहली मंजिल पानी से डूबी हुई है। प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी किया है। कई क्षेत्रों पर नाव तक रही हैं।
बाढ़ राहत शिविरों या दूसरी सुरक्षित स्थानों पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ ने पहुॅचाया। अब वायु सेना भी मदद के लिये आ चुकी है। वायु सेना ने हजारों लोगों को राहत सामग्री तथा बचाव कार्य प्रारम्भ कर दिया है। इन क्षेत्रों का सर्वे करने के साथ ही ये ज्ञात हुआ है कि जितना ज्यादा कागज पर प्रचार किया जा रहा है उतनी मदद लोगों के पास नहीं पहुॅची है वास्तव में लगभग सारी ही जनता अपनी नाराजगी प्रकट करती हुई नजर आ रही है।
लगभग पूरे ही क्षेत्र का जनजीवन अस्त व्यस्त है कई शहर मुख्यालय से कई मोहल्लों का संपर्क भी टूट चुका है। सारी ही बाजार बन्द पड़ी है। कुछ क्षेत्रों में ये हाल है कि लोगों को अपना खाना बनाने की जगह नहीं है। राशन यदि है भी तो भी जलाने का उपाय या जगह पर पानी भरा हुआ है। जानवरों के लिये चारे का इन्तजाम कर पाना मुश्किल है। चारों तरफ मात्र पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। पश्चिम बंगाल, झाड़खण्ड, बिहार, मध्य प्रदेश के साथ में अब उत्तर प्रदेश की स्थिति भी भयावह हो चुकी है।
सुनील शुक्ल