- सब्जी, फल एवं दूध बिक्रेता बिना प्रशासन की अनुमति को लेनी पडेगी।
- आगरा की तीन सब्जी मण्डी बन्द।
- कानपुर की ग्वालटोली की मण्डी बन्द।
- लॉकडाउन के चलते ये भी देखने में आया है कि पेट की आग के कारण मजदूर वर्ग का, अब मौत का भय और मार का भय भी समाप्त होने लगा है।
सत्यम् लाइव, 21 अप्रैल 2020, दिल्ली।। रायबरेली में 33, आगरा में 28 जबकि आज सुबह तक प्राप्त समाचार के अनुसार ये कोरोना के नये मरीज सामने आये हैं इसकी पुुष्ठि सीडीओ अभिषेक गोयल ने की है। अचानक इतने मामले सामने आने के कारण जिला प्रशासन एवं स्वास्थ विभाग मेें हडबडी मच गयी है। ज्यादातर ये संक्रमित मरीज बछरावां, नसीराबाद, कोतवाली एवं रायबरेली शहर से हैं दूसरी तरफ आगरा से आयी आई रिपोर्ट से ज्ञात हुआ है कि आगरा में 33 मरीज आज नये पाये गये हैं आगरा मेें अब तक संक्रमित की संख्या 295 पहुॅच गयी है। आगरा के फ्रीगंज क्षेत्र में रविवार को एक मरीज सामने आया था इसके बाद चमन लाला बाडा पूरा सील किया जा चुका है तथा 2000 घरों को क्टारंटाइन किया जा चुका है। ऐसे ही विजय नगर में भी एक संक्रमित सब्जी बिक्रेता पाया गया है। इसके बाद सब्जी और दूध बेचना जिला प्रशासन की अनुमति के बिना अपराध माना जा रहा है। साथ ही शहर की तीन सब्जी मण्डी को बन्द कर दिया गया है।
ई-चालान की व्यवस्था
उप्र के कानपुर में सोमवार को 19 सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस तरह कुल पॉजिटिव रोगियों की संख्या 76 पहुंच गई है। हैलट के न्यूरो साइंस सेंटर में बने कोविड-19 आईसीयू में रविवार शाम को करीब 7 बजे परिवार के लोग मरीज को गंभीर अवस्था में लेकर पहुंचे थे। आईसीयू प्रभारी डॉ. अपूर्व अग्रवाल की टीम ने परीक्षण किया तो शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा 100 की बजाय 40 प्रतिशत ही पाई गई। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया। पहले निमोनिया के लक्षण के आधार पर इलाज शुरू हुआ। मौत के बाद शाम को कोरोना लैब से आई रिपोर्ट में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ल ने बताया कि रोशन नगर के मरीज की मौत के बाद कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट मिली है। हॉटस्पॉट इलाके में सख्ती और बढा दी गई है ग्वालटोली थाना से सिविल लाइन्स से डीएस टावर अपार्टमेन्ट की ओर जाने वाले रास्ते को बांस-बल्ली लगाकर बन्द कर दिया गया है साथ ही फोर्स भी लगा दी गयी है।
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सब्जी और दूध वालों पर प्रतिबन्ध
रायबरेली और आगरा की प्राप्ति सूचना के अनुसार नोवेल कोरोना के मरीज में ज्यादा इजाफा सब्जी, फल या दूध बिक्रेता की ही पायी गयी है आगरा में दो सब्जी वालों को अब तक कोरोना पाया जाने पर यह स्वास्थ विभाग इस तरह से सतर्क हुआ कि दूध तथा सब्जी बिक्रेता बिना प्रशासन की अनुमति के अब सब्जी और दूध नहीं बेच सकेंगे तथा आगरा की जनसाधारण जनता के अनुसार खुला दूध बेचने पर प्रतिबन्ध लगाये जाने की बात कहते नजर आ रही है। जनसाधारण का मानना है कि गॉव से आया हुआ, दूध अब नहीं बिकेगा बल्कि पैकेट का बन्द दूध ही खरीदाना पडेगा इसी कारण से सब्जी और दूध वालो का 5000 रूपये का चालान किया जा रहा है। अब ये अफवाह जनता के पास कहॉ से पहुॅची है ये नहीं कहा जा सकता और इसमें कितना सत्य है इसका अनुमान आने वाले दिन में लगाया जायेगा पर अपने सबूतों के आधार पर जनता की बात भी निराधार नहीं लगती है। ऐसा ही कुछ रायबरेली से भी खबर मिल रही है और कानपुर जिस ग्वालटोली की बात की जा रही है वहॉ पर बहुत बडी बाजार लगती है जिसमें छोटा व्यापारी ही बाजार लगाता है ये बाजार रविवार को ”ग्वालटोली की बाजार” केे नाम से जानी जाती है जहॉ पर सिविल लाइन्स का पूॅजीपति भी अपना घर का सामाना खरीदने के लिये आता है। लॉकडाउन के चलते ये भी देखने में आया है कि पेट की आग के कारण मजदूर वर्ग का, अब मौत का भय और मार का भय भी समाप्त होने लगा है। इस बात का ध्यान रखकर ही शासन और प्रशासन काेे अपना कार्य करना पडेगा क्योंकि नोवेल कोरोना पर सोशल डिस्टिेंसिंग जरूरी है तो फिर पेट की भूख को समाप्त करने के लिये कुछ उपाय भारतीय परम्परा के अनुसार ही करना पडेगा। वासुदेव कुटुम्बकम् भारत से कलयुग में समाप्त न होने पाये इसका ध्यान रखना आवश्यक है क्योंकि परम्परा ही रीति-रिवाज बनकर कर्म कहलाते हैं शुद्ध कर्म की धर्म की स्थापना कराता है। व्यापारी को नोवेल कोरोना सेे बचाने के लिये ही इन छोटी बाजार पर सरकार का ध्यान है तथा दूसरी तरफ सोशल डिस्टिेंसिंग बनाये रखने के लिये लगभग सभी जगह ऑन लाइन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
उपसम्पादक सुनील शुक्ल
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