सत्यम् लाइव, 27 नवम्बर 2022, ग़ाज़ियाबाद: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद कानून व्यवस्था में काफी सुधार आया है, योगी जी ने यूपी की कमान संभालने के बाद अपराधियों की भू माफियाओं की और भ्रष्टाचारियों की कमर ही तोड़ के रख दी है. उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुधारने में कानून व्यवस्था का राज कायम करने के लिए योगी की सरकार कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है. इसी के मद्देनजर राजधानी लखनऊ में हुई कैबिनेट बैठक में तीन नए महानगरों गाजियाबाद आगरा और प्रयागराज में प्रणाली को लागू करने का निर्णय लिया गया. वह इसी को लेकर प्रमुख सचिव संजय प्रसाद की ओर से शासनादेश भी जारी कर दिया गया. अब जल्द ही तीनों जिलों में एडीजी रैंक के अधिकारियों के रूप में पुलिस कमिश्नर की तैनाती जल्द ही कर दी जाएगी.
पुलिस कमिश्नरेट लागू होने के बाद गाजियाबाद में 23 थाने,तो वही आगरा में 44 थाने और प्रयागराज में 41 थाने कमिश्नरेट में आ जाएंगे.
गाजियाबाद कमिश्नरेट में विजय नगर, कोतवाली, नंद ग्राम,कवि नगर,मधुबन बापूधाम, सिहानी गेट, इंदिरापुरम, खोड़ा,कौशांबी, साहिबाबाद, टीला मोड़, लिंक रोड, लोनी, बॉर्डर लोनी, मुरादनगर,मसूरी,मोदीनगर, निवाड़ी भोजपुर, ट्रॉनिका सिटी, महिला थाना, वेब सिटी और क्रॉसिंग रिपब्लिक समेत कुल 23 थाने शामिल होंगे|
पुलिस आयुक्त प्रणाली का गठन भारतीय पुलिस अधिनियम 1861व दंड प्रक्रिया संहिता 1973 के तहत किया जा रहा है | इनके तहत दस लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में पुलिस आयुक्त पलानी लागू करने का प्रावधान है इन तीनों जिलों में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने के प्रदेश में पुलिस कमिश्नरेट की संख्या 7 हो जाएगी इससे पहले 13 जनवरी 2020 को लखनऊ व नोएडा में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू की गई थी | इसके बाद 26 मार्च 2021 को कानपुर और वाराणसी मैं भी पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली को लागू किया गया|
कमिश्नरेट लागू होने के बाद पुलिस के अधिकार बढ़ेंगे
कमिश्नर जिले में अब कमिश्नर के पास मजिस्ट्रेट की शक्तियां होंगी | कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद कमिश्नर के अधिकार क्षेत्र में वृद्धि होगी | लॉ एंड ऑर्डर संबंधित सारे अधिकार अब कमिश्नर के पास होंगे | लाठी चार से लेकर भीड़ को नियंत्रण करने के लिए गोली चलाने तक के अधिकार कमीशन के पास होंगे |
गाजियाबाद में कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद ट्रैफिक व्यवस्था में भी काफी सुधार आएगा
गाजियाबाद में ट्रैफिक की एक बहुत बड़ी समस्या है | प्रदेश के मुखिया योगी जी के आदेश के बावजूद भी गाजियाबाद में डग्गामार बसें, ओवर हाइट ट्रक गाजियाबाद के सभी सड़कों पर बिना किसी रोक-टोक के आपको चलते हुई नजर आ जाएंगी | डग्गामार बसों की वजह से गाजियाबाद की सड़कों पर जाम लगा रहता है. गाजियाबाद में कमिश्नर प्रणाली लागू होने से यातायात व्यवस्था में सुधार की दशा में मुख्य बैठो कदम बढ़ाया जा सकेगा | उम्मीद है कि इस प्रणाली के बाद अपराध और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए और बेहतर पुलिस व्यवस्था कायम करने के लिए सड़कों पर कैमरे की संख्या बढ़ाई जा सकती है. कैमरे की संख्या बढ़ाने से पुलिस अधिकारी रोड पर होने वाले अपराध और भ्रष्टाचार पर नजर रख सकेंगे|
संवादाता राहुल वशिष्ठ





















