द्वारा: सुनील शुक्ल
सत्यम् लाइव, 11 जुलाई 2020 दिल्ली।। कल सुबह 8 पुलिस का हत्यारा विकास दुबे का एनकाउंटर कानपुर में कर दिया गया था और जो कहानी बनाकर सुनाई गयी उससे मीडिया से लेकर सब हैरान हैं उज्जैैन जहॉ से विकास दुबे ने ऐसा कहा जाये कि सिलेण्डर किया, उसके बाद उज्जैन के एडिशनल एसएसपी रूपेश द्वुवेदी से जब पत्रकार ने पूछा कि ये कल सुबह तक कानपुर पहुॅच जायेगा तो उनका जबाव था कि मेरी आशा है कि न पहुॅचे। इसके बाद मीडिया उज्जैन से ही पीछे लग गया था परन्तु कानपुर पहुॅचने के साथ भौती थाने केे पास सारे मीडिया को रूक दिया जाता हैै और कुछ समय के बाद एनकाउंटर की खबर आ जाती है। उत्तर प्रदेश केे भूतपूर्व आई.ए.एस. सहित सूर्य प्रताप सिंह ने भी कई नाम उजागर हो जाने का संदेह जताया है और साथ में कई तस्वीर भी डाली हैं। दिपांशु कबरा ने भी कानून पद से विचलीत तो होता पर पराजीत नहीं कहते हुए संदेह जताया है। प्रसुन्न बाजपेई ने लिखा कि ”ऐसा हमाम कभी न था अब सुप्रीम कोर्ट तय करें”। आशुतोष दुबे का कथन था कि ”अगर विकास जन्दा रह जाता तो उत्तर प्रदेश केे बडे बडे नेता जीते जी मर जाते।”
साथ ही डॉ. कुमार विश्वास भी पीछे नहीं रहे। उन्होने अपनी कलम की ताकत को ऐसी दिखाई कि फिल्मी दुनिया वाले को पीछे कर दिया। लिखा है कि फिल्मी पटकथाओं में तो वास्तविकता बची नहीं है पर वास्तविकताओं में खूब फिल्मी पटकथा बची है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कह चुकेे थे कि गाडी नहीं सरकार पलटने से बचाई गयी है।