सत्यम् लाइव, 10 दिसम्बर, 2021 उप्र।। कानपुर देहात के अकबरपुर क्षेत्र के अन्दर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है जिसमें अकबरपुर के जिला अस्पताल में एक वर्दी धारी एक व्यक्ति वीके मिश्रा पर लाठी बरसा रहा है और उस व्यक्ति के गोद में 3 साल का मासूम बच्चा रो रहा है और वो व्यक्ति भी गुहार लगा रहा है कि बच्चे को लग जायेगी। परन्तु वो पिटाई करता हुआ इंस्पेक्टर को तब रोकता है जब उसके हाथ से लाठी गिर जाती है साथ ही दूसरा पुलिस वाला उस व्यक्ति के पीछे भागता है परन्तु तब वो व्यक्ति वहॉ से बच्चे को गोद में लेकर भाग जाता है।
यह वीडियो इतना सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है कि डीजपी मुकुल गोयल को भी इस विषय की जानकारी लेनी पडी है। साथ ही उप्र पुलिस के इस शर्मनाक हादसे को बुरी तरह से सोशल मीडिया पर फटकार लगाई जा रही है। उप्र में ये पहला हादसा नहीं है इस तरह के कारनामें करने में उप्र पुलिस को महारत हासिल है।
इस हादसे में तब और ज्यादा आश्चर्य हुआ जब कानपुर देहात के एएसपी ने हैरानी भरा बयान के साथ पुलिसकर्मियों के इस बदसलूकी के व्यवहार पर बचाव करते हुए नजर आये। एसएसपी ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रजनीश शुक्ल ने 100-200 लोगों के साा मिलकर अराजकता फैला रहे थे और जिला अस्पताल की ओपीडी तक बन्द करा दी थी। पुलिस के कई बार समझाने के बाद भी यह मानने को तैयार नहीं था तब हल्का बल प्रयोग किया गया है। आश्चर्य इस बात का है कि पहले मानने को ही नहीं तैयार थे कि पुलिस ने बल प्रयोग किया है। फिलहाल दबाव के कारण पिटाई करने वाले इंस्पेक्टर वीके मिश्रा को को एडीजी जोन भानु भास्कर ने सस्पेंड कर दिया गया है।
सुनील शुक्ल
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