सत्यम् लाइव, 11 नवम्बर 2020 बिहार के छपरा में एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. कोई बेरहम सरदारगंज गांव में बांस के पेड़ों के बीच एक नवजात बच्ची को फेंककर चला गया. जब राहगीरों ने बच्ची की रोने की आवाज को सुना, तो उसे वहां से उठा लिया. गांव की आशा कार्यकर्ता ने नवजात को अस्पताल में लेकर पहुंची, जहां बच्ची का प्राथमिक उपचार किया गया.
मशरक थाना क्षेत्र के विशुनपुरा सरदारगंज गांव में सोमवार की सुबह नवजात बच्ची बांस के पेड़ों के बीच मिली. उसके रोने की आवाज सुनकर गांव के लोगों ने नवजात को वहां से उठा लिया.
गांव की आशा कार्यकर्ता रिंकू देवी ने बच्ची को अपनी सुरक्षा में लेकर पीएचसी मशरक में भर्ती कराया है. डॉ. रिजवान अहमद ने जांच के बाद बताया कि बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है. फेंकने की वजह से उसको चोट लगी हैं.
प्राथमिक उपचार के बाद इस बच्ची को चाइल्ड लाइन कार्यकर्ता अखिलेंद्र सिंह के सुपुर्द कर दिया गया. वहीं घटना की जानकारी पुलिस को भी दी गई है. अभी तक ये जानकारी नहीं हो सकी है कि यहां पर इस बच्ची को फेंक कर कौन गया. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.
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